दुर्घटना में मारे गए युवक के शव को देखकर SNMMCH में भारी बवाल स्वजनों ने कहा मरीज की किडनी निकाली गई,

जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में आए दिन लापरवाही देखने को मिल रही है। ताजा मामला सिंदरी निवासी 22 वर्षीय साहिल सिद्धकी की मौत के बाद उसके शव के साथ छेड़छाड़ की है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 29 Nov 2022 04:30 PM (IST) Updated:Tue, 29 Nov 2022 04:30 PM (IST)
दुर्घटना में मारे गए युवक के शव को देखकर SNMMCH में भारी बवाल  स्वजनों ने कहा मरीज की किडनी निकाली गई,
22 वर्षीय साहिल सिद्धकी की मौत के बाद उसके शव के साथ छेड़छाड़ की है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: जिले के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शहीद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में आए दिन लापरवाही देखने को मिल रही है। ताजा मामला सिंदरी निवासी 22 वर्षीय साहिल सिद्धकी की मौत के बाद उसके शव के साथ छेड़छाड़ की है। दरअसल साहिल के कमर के पास काफी छेद हो गया है। स्वजनों का कहना है अस्पताल में उसकी किडनी निकाली गई है। इसे लेकर घरवालों ने काफी हंगामा शुरू कर दिया। दूसरी ओर कुछ अस्पताल कर्मियों का कहना है कि मोर्चरी में रखने के दौरान चूहों ने कुतर दिया है। पूरे मामले पर अस्पताल प्रबंधन ने जांच के आदेश दिए हैं। अब जांच के बाद बाद पता चल जाएगा कि आखिर मामला क्या है।

कमर के पास है गहरा जख्म

युवक सोमवार दोपहर लगभग 3:00 बजे बीआईटी मोड़ के पास असंतुलित होकर एक पेड़ से टकरा गया था। घटनास्थल पर ही बेहोश हो गया था। आनन-फानन में एसएनएमएमसीएच लाया गया। इमरजेंसी के डॉक्टरों ने जांच करके युवक को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद युवक के शव को मोर्चरी में रख दिया गया। सुबह में जब पोस्टमार्टम के लिए कागजी कार्रवाई शुरू हुई। तब घरवालों को युवक के शव पर नजर पड़ी। कमर के पास गहरा जख्म देकर घरवाले सकते में आ गए। घरवालों का कहना है जब अस्पताल लेकर आया था, इस प्रकार का कोई जख्म नहीं था। ऐसा प्रतीत हो रहा है कि युवक के शव से किडनी निकाल ली गई है।

शव के कुतरे जाने की शिकायत

इधर अस्पताल के इमरजेंसी में स्थित मर्चरी में शव रखे जाने के बाद आए दिन कुतरे जाने की शिकायत मिल रही है। इससे पहले झरिया के एक 14 वर्षीय बच्चे की शव को चूहों ने कुतर दिया था। कतरास के रहने वाले 52 वर्षीय एक अधेड़ के शव के साथ भी ऐसा हुआ था। हर दिन कोई ना कोई शिकायत हो रही है लेकिन अस्पताल प्रबंधन उदासीन बना हुआ है।

कोट

किडनी निकाले जाने का आरोप बेबुनियाद है। ऐसा बिल्कुल नहीं हो सकता है। पूरे मामले पर जांच के आदेश दिए गए हैं। इसके बाद ही बता सकता हूं।

डॉक्टर एके वर्णवाल, अधीक्षक

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