कोरोना का कहर : इलेक्ट्रॉनिक्स का भाव चढ़ा; चीन से आवक बंद होने के कारण नए मोबाइल भी नहीं मिल रहें Dhanbad News

कोरोना वायरस फैलने के बाद से भारत सरकार ने चीन से आने वाले सभी प्रकार के सामानों पर रोक लगा दी है। ऐसे में जो सामान पहले से यहां आया था उसका भी स्टॉक समाप्त होने लगा है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Wed, 19 Feb 2020 07:58 PM (IST) Updated:Wed, 19 Feb 2020 07:58 PM (IST)
कोरोना का कहर : इलेक्ट्रॉनिक्स का भाव चढ़ा; चीन से आवक बंद होने के कारण नए मोबाइल भी नहीं मिल रहें Dhanbad News
कोरोना का कहर : इलेक्ट्रॉनिक्स का भाव चढ़ा; चीन से आवक बंद होने के कारण नए मोबाइल भी नहीं मिल रहें Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। चीन में फैले कोरोना वायरस का कहर धनबाद के इलेक्ट्रॉनिक्स बाजार पर देखने को मिल रह है। यहां लगातार चाइनिज सामान के दामों में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है। पिछले सप्ताह से लेकर अब तक में चीन से आने वाले सामानों की कीमतों में 10 से 30 फीसद की बढ़ोत्तरी हुई है। जबकि भारत में उत्पादित होने वाले सामान भी महंगे हो रहे हैं। 

धनबाद में बनने वाले एलईडी बल्ब, ट्यूब लाइट, छोटे सामान, खिलौना आदि के छोटे पाट्र्स चीन से आया करते थे। कोरोना वायरस फैलने के बाद से भारत सरकार ने चीन से आने वाले सभी प्रकार के सामानों पर रोक लगा दी है। ऐसे में जो सामान पहले से यहां आया था उसका भी स्टॉक समाप्त होने लगा है। स्थिति यह है कि अब चाइनिज उत्पाद यहां बहुत कम मिलने लगे हैं। ऐसी स्थिति में लोकल निर्माताओं ने एलईडी बल्ब और ट्यूब लाइट के दामों में बढ़ोत्तरी कर दी है।

चीन से मिलता है सस्ते दर पर कच्चा माल: एलईडी बल्ब निर्माण से जुड़े और बैंक मोड़ चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष प्रभात सुरोलिया ने बताया कि प्रति बल्ब दस और ट्यूब लाइट पर 30 रुपये तक की बढ़ोत्तरी हुई है। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में चीन ही एक ऐसा बाजार है, जहां से भारत को काफी सस्ते दर पर कच्चा माल प्राप्त होता है। 

चाइनीज मोबाइल बाजार से हो रहे आउट : धनबाद के बाजार में चाइना में बनने वाले मोबाइल फोन की काफी संख्या है। चीन से सामान नहीं आने के कारण मोबाइल फोन भी यहां नहीं पहुंच रहा है। मोबाइल कारोबार से जुड़े पुराना बाजार के रोहित बताते हैं कि चीन से सेटों की आवक लगभग बंद होने के कारण नए सेट शोरूमों को नहीं मिल रहे हैं। केवल मोबाइल फोन ही नहीं बल्कि एसेसरीज के दाम बढने लगे हैं। कंपनी ने मोबाइल विक्रेताओं का लाभांश 0.5 फीसद कम कर दिया है। 

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