झरिया में जलापूíत होने से राहत, बिजली संकट बरकरार

झमाडा के जामाडोबा जल संयंत्र से दूसरे दिन शनिवार को भी जलापूíत किए जाने से झरिया कोयलांचल के लाखों लोगों को राहत मिली है। वहीं बिजली की समस्या से लोग अभी भी परेशान हैं।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 14 Mar 2020 09:39 PM (IST) Updated:Sun, 15 Mar 2020 06:24 AM (IST)
झरिया में जलापूíत होने से राहत, बिजली संकट बरकरार
झरिया में जलापूíत होने से राहत, बिजली संकट बरकरार

झरिया : झमाडा के जामाडोबा जल संयंत्र से दूसरे दिन शनिवार को भी जलापूíत किए जाने से झरिया कोयलांचल के लाखों लोगों को राहत मिली है। वहीं बिजली की समस्या से लोग अभी भी परेशान हैं। आज भी डीवीसी की ओर से 12 घंटे की बिजली कटौती जारी है। झरिया जलामीनार से सुबह में दो व शाम को दो घंटे की जलापूíत शहर में की गई। झमाडा के एसडीओ पंकज झा ने बताया कि संयंत्र में दो दिनों से बिजली की कटौती डीवीसी की ओर से कम कर दी गई है। इस कारण दामोदर नदी से संयंत्र के जलागार में पानी जमा होने के बाद उसे झरिया एक व दो जलागार में भेजा जा रहा है। निर्बाध बिजली मिलते रहने पर जलापूíत की कोई समस्या नहीं होगी।

बिजली कटौती के खिलाफ व्यवसायियों ने की प्रार्थना

डीवीसी की बिजली कटौती के विरोध में झरिया खुदरा वस्त्र व्यवसायी संघ व चैंबर ऑफ कामर्स के पदाधिकारियों ने मेन रोड पंचदेव मंदिर में प्रार्थना की। ईश्वर से डीवीसी प्रबंधन को सदबुद्धि प्रदान करने की प्रार्थना की। प्रदुमन पांडेय ने पूजा कराई। ताकि झरिया के लाखों लोगों को बिजली की समस्या से छुटकारा मिल सके। मुख्य रूप से उपस्थित जिटा के महासचिव राजीव शर्मा ने कहा कि झरिया व धनबाद के लोगों का इसमे क्या दोष है। प्रबंधन जवाब दें। संघ के अध्यक्ष उपेंद्र गुप्ता ने कहा कि डीवीसी प्रबंधन मनमानी पर उतारु है। यह मानवाधिकार का हनन है। चैंबर के अध्यक्ष अमित साहू ने कहा कि बिजली कटौती बंद नहीं हुई तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। मौके पर उमेश हेलीवाल, विकास अग्रवाल, नरेश अग्रवाल, मुख्तार अहमद, पूर्व पार्षद अनूप साव, नरेंद्र छाबड़ा, शिव कुमार अग्रवाल, विनोद अग्रवाल, राजू साव, बबलू विश्वकर्मा, पवन अग्रवाल, सचिन बालन, दीपक दत्ता, केवल पटेल आदि थे।

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