फिटनेस मेंटेन करने में नप गए प्रभारी मास्टर; डीएसई ने विद्यालयों का किया औचक निरीक्षण Dhanbad News

जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने प्राथमिक विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान मध्य विद्यालय बाघमारा प्रभारी वासुदेव दास घूमते पाए गए जिन्हें प्रभार मुक्त कर दिया।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sat, 07 Dec 2019 10:43 AM (IST) Updated:Sat, 07 Dec 2019 10:43 AM (IST)
फिटनेस मेंटेन करने में नप गए प्रभारी मास्टर; डीएसई ने विद्यालयों का किया औचक निरीक्षण Dhanbad News
फिटनेस मेंटेन करने में नप गए प्रभारी मास्टर; डीएसई ने विद्यालयों का किया औचक निरीक्षण Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। जिला शिक्षा अधीक्षक इंद्र भूषण सिंह ने सुबह 10:20 बजे प्राथमिक विद्यालय लकड़का, छाताबाद, बाघमारा का औचक निरीक्षण किया। यहां जितेंद्र कुमार को छोड़कर सभी शिक्षक वर्ग कक्ष संचालित करते पाए गए। पूछने पर जितेंद्र कुमार ने बताया कि वे शौच करने गए थे। मध्य विद्यालय अंगारपथरा बाघमारा का निरीक्षण में प्रभारी वासुदेव कुमार दास घूमते पाए गए, जहां शैक्षणिक कार्य सुचारू रूप से संचालित नहीं हो रहा था।

इसपर जिला शिक्षा अधीक्षक ने प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को निर्देश दिया कि 15 दिन के अंदर जांच कार्य पूर्ण कर जांच प्रतिवेदन उपलब्ध कराएं। वहीं वर्तमान प्रभारी वासुदेव दास को प्रभार मुक्त करते हुए विद्यालय के सहायक शिक्षक कृष्ण कुमार सिन्हा को प्रभारी प्रधानाध्यापक नियुक्त किया गया। उत्क्रमित मध्य विद्यालय छाताबाद के जांच के दौरान पाया कि बच्चे मैदान में खेल रहे थे और शिक्षक मूकदर्शक बने हुए थे। सभी शिक्षकों को चेतावनी दी गई। साथ ही प्रभारी प्रधानाध्यापक ज्ञानपति कुमारी पर कार्रवाई की गई।

15 दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन जमा करने का निर्देश

नया प्राथमिक विद्यालय तेतुलमारी में जांच के दौरान उन्होंने पाया कि पारा शिक्षक विजेंद्र कुमार चौधरी ने अपने ही परिवार के लोगों को विद्यालय प्रबंधन समिति में एक से अधिक पद दिलाकर विद्यालय विकास कार्य मध्याह्न् भोजन एवं पोशाक की राशि गबन कर लेते हैं। इस पर उन्होंने ऐतराज जताते हुए जांच पदाधिकारी संबंधित बैंक खाता, विद्यार्थियों एवं अभिभावकों से जांच कर 15 दिनों के अंदर जांच प्रतिवेदन जमा करने को कहा। इसके अलावा उन्होंने दो और स्कूलों की जांच की, वहां भी कई खामियां मिली, जिस पर स्पष्टीकरण पूछा गया।

480 विद्यालयों में नहीं हुआ ऑडिट : ऑडिटर एस जयकिशन से प्राप्त विभिन्न पत्रों के अवलोकन से यह तथ्य संज्ञान में आया है कि धनबाद जिले में वैधानिक अंकेक्षण का कार्य बाधित है। यह काफी खेदजनक है। समीक्षा के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि अभी भी 480 विद्यालयों में ऑडिट नहीं हुआ है। इसके लिए अंतिम अवसर देते हुए झारखंड राज्य मध्याह्न् भोजन प्राधिकरण के निदेशक आदित्य कुमार आनंद ने निर्देश जारी किया है। ऑडिट की तिथि पर जिला के एक विभागीय पदाधिकारी प्रतिनियुक्त रहेंगे। सभी विद्यालयों को इस मौके का लाभ उठाने की जरूरत है।

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