ओवरी सिस्ट के ऑपरेशन के दौरान कट गई आंत, जिंदगी-मौत के बीच झूल रही अष्टमी Dhanbad News

धनबाद के सर्वमंगला नर्सिंग होम में चिकित्सकों की लापरवाही से महिला की जान पर बन आई है। बरवापूर्व निवासी अष्टमी देवी (23) की ओवरी सिस्ट के ऑपरेशन के दौरान उसकी आंत कट गई।

By Deepak PandeyEdited By: Publish:Fri, 28 Jun 2019 05:10 PM (IST) Updated:Fri, 28 Jun 2019 05:10 PM (IST)
ओवरी सिस्ट के ऑपरेशन के दौरान कट गई आंत, जिंदगी-मौत के बीच झूल रही अष्टमी Dhanbad News
ओवरी सिस्ट के ऑपरेशन के दौरान कट गई आंत, जिंदगी-मौत के बीच झूल रही अष्टमी Dhanbad News

मोहन गोप, धनबाद: धनबाद के सर्वमंगला नर्सिंग होम में चिकित्सकों की लापरवाही से अष्टमी देवी नाम की महिला की जान पर बन आई है। बरवापूर्व निवासी समीर कुंभकार की पत्नी अष्टमी देवी (23) की ओवरी सिस्ट का ऑपरेशन 27 मई को किया गया। पर, ऑपरेशन के दौरान उसकी आंत कट गई। नतीजा अष्टमी की स्थिति बेहद नाजुक हो गई। रांची के रिम्स और मेडिका तक उसका इलाज कराया गया। अब अस्पताल के चिकित्सक भी जवाब दे चुके हैं। फिलहाल अष्टमी का इलाज धनबाद के असर्फी अस्पताल में चल रहा है।

अष्टमी के पति समीर ने बताया कि सर्वमंगला नर्सिंग होम प्रबंधन ने कुछ राशि देकर मामले से पल्ला झाड़ लिया। वह रकम भी कब की खत्म हो गई। असर्फी में इएसआइ के माध्यम से इलाज करा रहे हैं। यहां के चिकित्सकों ने भी जवाब दे दिया है। बताया कि पत्नी की ओवरी में सिस्ट होने की बात कही गई थी। सर्वमंगला नर्सिंग होम में जांच के बाद ऑपरेशन के लिए कहा गया। 27 मई को ऑपरेशन हुआ। उसके बाद उसकी हालत बिगडऩे लगी। तब असर्फी अस्पताल ले गए और वहां से मुस्कान। दस दिन इलाज के बाद घर भेज दिया गया। घर आने के बाद पत्नी की हालत और खराब हो गई। उसे रिम्स ले गए। रिम्स में चार दिन तक इलाज के बाद चिकित्सकों ने हाथ खड़े कर दिये। तब मेडिका अस्पताल में भर्ती कराया। यहां चार दिन रहे। पर, हालत में सुधार नहीं हुआ और चिकित्सकों ने घर ले जाने को कह दिया। समीर के दो बच्चे हैं।

अब तक 2.50 लाख हुए खर्च, जमीन रखी बंधक: समीर ने बताया कि 2.50 लाख रुपये खर्च हुए हैं। हमने लोगों से कर्ज लिया और खेतिहर जमीन को दूसरे के यहां बंधक रखा है, ताकि पत्नी को बचा सकें। अब तो फूटी कौड़ी भी नहीं बची है। प्राइवेट नौकरी करता हूं। अब ईएसआइ के माध्यम से इलाज करा रहे हैं।

तड़प रही अष्टमी, सेप्टीसीमिया की आशंका: बकौल समीर, असर्फी अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा है कि संभवतया सेप्टीसीमिया हो गया है। इसलिए उसकी जान खतरे में है। समीर की चार वर्ष की बेटी तुलसी व दो वर्ष का बेटा चंदन है। दोनों बच्चे मां के बिना तड़प रहे हैं।

आंत में था इंफेक्शन, कर रहे मदद: सर्वमंगला नर्सिंग होम के पदाधिकारी प्रकाश कुमार ने कहा कि यहां ओवरी सिस्ट का ऑपरेशन हुआ था। उसकी आंत में इंफेक्शन था। इलाज के लिए दूसरी जगह भेजा गया। समीर को मदद कर रहे हैं। समीर ने 2.5 लाख रुपये खर्च नहीं किए हैं। यदि ऐसा कह रहा है तो बताए कि कहां दिए हैं।  

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