Dhanbad: अस्पतालों में इलाज का बिल कम करवाने के नाम पर मरीज के स्वजनों से ठगी, छानबीन में जुटी पुलिस

धनबाद शहर के दो चर्चित अस्पतालों में इलाजरत मरीज के स्वजनों से लूटने की कहानी अब भी शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। दोनों मामले में शातिर ने ठगी का एक ही तरीका अख्तियार किया है।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Mon, 20 Mar 2023 04:00 PM (IST) Updated:Mon, 20 Mar 2023 04:00 PM (IST)
Dhanbad: अस्पतालों में इलाज का बिल कम करवाने के नाम पर मरीज के स्वजनों से ठगी, छानबीन में जुटी पुलिस
बीमार मरीजो के स्वजनों को ठगने वाला अपराधी अब भी पुलिस की पकड़ से बाहर।

जागरण संवाददाता, धनबाद: शहर के दो अस्पतालों में इलाजरत मरीज के स्वजनों से ठगी करने वाले गिरोह का पुलिस अब तक पता नहीं लगा पाई है। शातिरों ने बीमार मरीज के स्वजनों को भी लूटने में कोई कसर नहीं छोड़ी बावजूद पुलिस उन्हें ढूंढने में नाकामयाब है।

चर्चा का विषय बनी मरीजों के स्वजन से ठगी की कहानी

शहर के दो चर्चित अस्पतालों में इलाजरत मरीज के स्वजनों से लूटने की कहानी अब भी शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। महत्वपूर्ण बात है कि भुक्तभोगियों ने इसकी शिकायत पुलिस से भी की लेकिन अपराधी पुलिस की पकड़ से अब भी बाहर हैं।

दोनों ही मामलों में ठगी का एक ही तरीका

दोनों मामले में शातिर ने ठगी का एक ही तरीका अख्तियार किया है। पिछले दिनों जहां असर्फी अस्पताल में ससुर का इलाज कराने बरोरा से आई रिंकी देवी नामक महिला से शातिरों ने 50 हजार रुपये ठग लिए।

वहीं इस घटना से पूर्व बैंकमोड़ जोड़ाफाटक रोड स्थित पोपुलर नर्सिंग होम के पास गिरिडीह निवासी बजरंगी यादव से 5500 रुपये शातिर ठगी कर फरार हो गए थे।

ससुर का इलाज कराने आई महिला से ठगे 50 हजार

दोनों ही मामले में बैंकमोड़ तथा धनबाद थाना में लिखित शिकायत की गई है। पुलिस दोनों मामले की छानबीन कर रही है। बरोरा से ससुर रामनाथ नोनिया का इलाज कराने असर्फी अस्पताल आई महिला रिंकी देवी से एक अंजान सख्स ने 50 हजार रुपये ठग लिए।

इलाज का बिल कम करवाने का के नाम पर की ठगी

पीड़िता के ससुर का इलाज असर्फी अस्पताल में चल रहा था। वहीं एक अंजान व्यक्ति से पीड़िता की मुलाकात हो गई। वह व्यक्ति अपना नाम पीड़िता को संजय कुमार बताया खुद को असर्फी अस्पताल का कर्मी बताया।

उसने पीड़िता को भरोसा दिलाया कि अस्पताल में जितना बिल हुआ उसे वह कम करवा देगा। अस्पताल में एक लाख के करीब बिल था। शख्स ने 50 रुपये पीड़िता से मांगे। पीड़िता भी मदद की आस में उसे 50 हजार रुपये दे दिए। जिसके बाद वह व्यक्ति रुपये लेकर बाइक से फरार हो गया।

पॉपुलर हॉस्पिटल की है दूसरी घटना

दूसरी घटना जोड़ाफाटक रोड़ स्थित पॉपुलर नर्सिंगहोम में घटित हुई। वहां गिरिडीह निवासी बजरंगी यादव से नटवर लाल ने 5500 रुपये ठग लिए। भुक्तभोगी बजरंगी यादव ने घटना की शिकायत बैंकमोड़ थाना में की है। पुलिस छानबीन ने की और छानबीन के बाद मामला ठंडा पड़ गया।

ऐसे आए ठग के झांसे में

बजरंगी यादव ने अपनी बेटी के पैर का ऑपरेशन पॉपुलर नर्सिंग होम में कराया था। नर्सिंग होम में 30 हजार का बिल था। उनके पास बिल भुगतान के पैसे भी नहीं थे, तभी अस्पताल परिसर में ही उनकी मुलाकात ठग से हो गई।

ठग ने बजरंगी यादव को झांसे में लिया। उसने खुद को अस्पताल का कर्मचारी बताया और बजरंगी यादव से कहा कि वह अस्पताल प्रबंधन से बात करके बिल कम करवा देगा।

ठग ने बंजरगी यादव से पूछा कि उसके पास कितने रुपये हैं। बजरंगी यादव के पास 5500 रुपये थे, ठग वह रुपये उनसे ले लिए।

इसके बाद बोला कि दस हजार रुपये वह अपने पॉकेट से लगाकर उसके बेटी को अस्पताल से छुड़ा देगा। बाद में ठग ने बजरंगी यादव से अपने बेटे के जरिए दस हजार रुपये मंगा कर दे देने के लिए कहा।

दोनों ही घटनाओं में एक ही व्यक्ति के होने की आशंका

बजरंगी ठग की मंशा समझ नहीं पाया। वह रुपये देने के बाद ठग के कहने पर बेटी के इलाज का कागज लाने अस्पताल में गया। इसी बीच ठग वहां से फरार हो गया।

इस मामले में पुलिस ने अस्पताल का सीसीटीवी फुटेज निकाला है। ठग बाइक पर सवार होकर अस्पताल आया था। पुलिस को अब दोनों घटना में एक ही शख्स के होने की आशंका है।

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