बांग्लादेश मुक्ति संग्राम: 50वीं वर्षगांठ पर श्रेय लेन के लिए कांग्रेस मैदान में, इंदिरा गांधी की बताई जाएगी भूमिका

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में विश्व शक्तियों के सामने न झुकने के नीतिगत व समयानुकुल निर्णय ने पाकिस्तान को विभाजित करते हुए बांग्लादेश को अलग देश का निर्माण कर दक्षिण एशिया का भूगोल बदल डाला था।

By MritunjayEdited By: Publish:Fri, 17 Sep 2021 05:24 PM (IST) Updated:Fri, 17 Sep 2021 05:24 PM (IST)
बांग्लादेश मुक्ति संग्राम: 50वीं वर्षगांठ पर श्रेय लेन के लिए कांग्रेस मैदान में, इंदिरा गांधी की बताई जाएगी भूमिका
धनबाद जिला कांग्रेस की बैठक में जिलाध्यक्ष ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह, पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक और अन्य।

जागरण संवाददाता, धनबाद। जिला कांग्रेस बांग्लादेश मुक्ति युद्ध 1971 की 50वीं वर्षगांठ मनाएगी। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। कार्यक्रम को सफल बनाने को लेकर गुरुवार को ब्रजेंद्र प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में हाउसिंग कालोनी जिला कांग्रेस में बैठक हुई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के जिला समन्वयक विजय कुमार सिंह विशेष रूप से उपस्थित हुए। ब्रजेंद्र सिंह ने कहा कि बांग्लादेश का स्वतंत्रता संग्राम 1971 में हुआ था। कांग्रेस पार्टी बांग्लादेश मुक्ति युद्ध 1971 की 50वीं वर्षगांठ मना रही है। इसे मुक्ति संग्राम भी कहते हैं। यह युद्ध वर्ष 1971 में 25 मार्च से 16 दिसंबर तक चला था। इस रक्तरंजित युद्ध के माध्यम से बांग्लादेश ने पाकिस्तान से स्वाधीनता पाई और 16 दिसंबर 1971 को बांग्लादेश बना।

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में विश्व शक्तियों के सामने न झुकने के नीतिगत व समयानुकुल निर्णय ने पाकिस्तान को विभाजित करते हुए बांग्लादेश को अलग देश का निर्माण कर दक्षिण एशिया का भूगोल बदल डाला था। पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक ने भी संबोधित किया। बैठक में बांग्लादेश मुक्ति युद्ध 1971 की 50वीं वर्षगांठ कार्यक्रम के जिला समन्वयक विजय कुमार सिंह ने कहा कि यह आयोजन देश के सभी जिलों में हो रहा है। पाकिस्तान पर यह जीत कई मायनों में ऐतिहासिक थी और इस युद्ध में हजारों हजार पाकिस्तानी सैनिकों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया गया था। इस युद्ध में पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का अहम योगदान रहा।

कार्यक्रम में पूर्व मंत्री मन्नान मल्लिक, विजय कुमार, कार्यकारी अध्यक्ष शंकर प्रजापति, मदन महतो, शमशेर आलम, योगेंद्र सिंह योगी, राशिद रजा अंसारी, माला झा, किरीट भूषण रूज, मंटू दास, कुमार संभव सिंह, मनोज यादव, पप्पू पासवान, कुमार सौरव, जाहिर अंसारी, गोपाल कृष्ण चौधरी, अशोक लाल, पप्पू कुमार तिवारी, आसिफ रजा, सरफुद्दीन अंसारी, जयप्रकाश चौहान, अनु पासवान, इम्तियाज आलम, मनोहर हुसैन मौजूद थे।

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