पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस ने पीएम मोदी का फूंका पुतला, 40-45 रुपये लीटर करने की मांग Dhanbad News

कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है। उसके बावजूद भी सरकार एक्साइज ड्यूटी बढ़ा रही है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sun, 15 Mar 2020 04:56 PM (IST) Updated:Sun, 15 Mar 2020 04:56 PM (IST)
पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस ने पीएम मोदी का फूंका पुतला, 40-45 रुपये लीटर करने की मांग Dhanbad News
पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी के विरोध में कांग्रेस ने पीएम मोदी का फूंका पुतला, 40-45 रुपये लीटर करने की मांग Dhanbad News

धनबाद, जेएनएन। पेट्रोल और डीजल के दामों में वृद्धि के खिलाफ रविवार को कांग्रेस ने शहर के रणधीर वर्मा चौक पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला दहन किया। इस दौरान कांग्रेस जिला अध्यक्ष बृजेंद्र सिंह ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट आई है। उसके बावजूद भी यहां पर सरकार एक्साइज ड्यूटी बढ़ा रही है और लोगों को पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने से मायूसी हो रही है।

बृजेंद्र सिंह ने कहा कि यहां पर पेट्रोल और डीजल का दाम लगातार बढ़ रहा है, जो कि चिंता का विषय है। मोदी सरकार जनता के जेब में डाका डाल कर अपना खजाना भर रही है। यह कोंग्रेस बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि मनमोहन सरकार के समय में जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि थी। उस समय यहां पर पेट्रोल और डीजल सस्ते में जनता को दिया जाता था। आज अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट आई है। इसलिए यहां पर पेट्रोल-डीजल की कीमत लगभग 40-45 रुपये लीटर होना चाहिए।

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ने कहा कि पेट्रोल और डीजल को भी जीएसटी के दायरे में लाना चाहिए, लेकिन सरकार जानबूझकर ऐसा नहीं कर रही है। कांग्रेस इसका पुरजोर विरोध करेगी। अगर सरकार एक्साइज ड्यूटी पेट्रोल और डीजल में जो लगाया गया है उसे वापस नहीं लेती है तो आगे और भी जोरदार आंदोलन करेगी।

ये है पूरा मामला : गौरतलब है कि सरकार ने शनिवार को पेट्रोल और डीजल पर तीन रुपये प्रति लीटर की दर से उत्पाद शुल्क बढ़ा दिया। सरकार ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में आई गिरवाट का लाभ लेने के प्रयास के तहत यह कदम उठाया है। उत्पाद शुल्क में बढ़ोतरी से सामान्य तौर पर पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी देखी जाती है, लेकिन मौजूदा वक्त में यह अंतरराष्ट्रीय दरों में गिरावट के हिस्से में समायोजित हो जाएगी और कीमतों में वृद्धी नहीं होगी। वहीं, कांग्रेस का कहना है कि सरकार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में आई गिरवाट का लाभ जनता को दें। 

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