धनबाद में बारिश से कोयला उत्पादन प्रभावित, खदानों में सुरक्षा को लेकर कोल इंडिया ने जारी किया अलर्ट

बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण धनबाद कोयलांचल में शुक्रवार रात से ही हो रही बारिश का असर कोयला उत्‍पादन पर भी बढ़ा है। मौसम के मिजाज को देखते हुए कोल इंडिया ने खदानों में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है।

By Deepak Kumar PandeyEdited By: Publish:Sat, 20 Aug 2022 10:13 AM (IST) Updated:Sat, 20 Aug 2022 10:13 AM (IST)
धनबाद में बारिश से कोयला उत्पादन प्रभावित, खदानों में सुरक्षा को लेकर कोल इंडिया ने जारी किया अलर्ट
भूमिगत व खुली खदानों पर विशेष निगरानी रखने के लिए कहा गया है।

जागरण संवाददाता, धनबाद: बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण धनबाद कोयलांचल में शुक्रवार रात से ही हो रही बारिश का असर कोयला उत्‍पादन पर भी बढ़ा है। मौसम के मिजाज को देखते हुए कोल इंडिया ने खदानों में सुरक्षा को लेकर अलर्ट जारी कर दिया है। इस दौरान भूमिगत व खुली खदानों पर विशेष निगरानी रखने के लिए कहा गया है।

जलस्‍तर बढ़ने पर रोक दें खदानों में श्रमिकों का प्रवेश

कंपनी की ओर से खासकर नदी किनारे एवं जोड़िया के आसपास की परियोजनाओं पर अधिकारियों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। जलस्तर बढ़ने पर श्रमिकों को खदान में प्रवेश नहीं करने व स्थिति को देखते हुए उत्‍पादन पर तत्काल रोक लगाने के निर्देश दिए गए हैं। खुली खदानों में पानी भरने के खतरे को देखते हुए बीसीसीएल व ईसीएल सहित तमाम कोल कंपनियों में कोल इंडिया ने हाई अलर्ट जारी करते हुए हर शिफ्ट की रिपोर्ट देने को कहा है। नदी के किनारे स्थित खुली खदान व भूमिगत खदानों पर विशेष चौकसी रखी जा रही है। मुख्यालय से लेकर कोलियरी स्तर पर संचालित कंट्रोल रूम से हर घंटे रिपोर्ट वरीय अधिकारियों को भेजी जा रही

कोयला उत्‍पादन 55 प्रतिशत तक प्रभावित

भारी बारिश के कारण धनबाद समेत झारखंड के अन्‍य जिलों में कोयला उत्पादन पर सीधा असर पड़ रहा है। धनबाद में पुटकी, बरोरा, ब्लॉक टू, सिजुआ, कतरास, लोदना, बस्ताकोला, चांच विक्टोरिया क्षेत्र में शुक्रवार देर रात से अच्छी बारिश दर्ज की गई है। तेज बारिश के कारण उत्पादन पर 55 फीसद तक असर पड़ा है। यहां औसतन 98 हजार टन कोयला उत्पादन होता है, लेकिन बारिश की वजह से 47 हजार टन ही उत्‍पादन हो पा रहा है। डिस्पैच भी प्रभावित हुआ है।

हर स्थिति पर रख रहे नजर

इस संबंध में बीसीसीएल के जीएम सेफ्टी पीके दुबे ने कहा कि बीसीसीएल हर स्थिति पर नजर बनाए हुए है। साथ ही एरिया सेफ्टी अफसरों को भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में सुरक्षा मानकों की अनदेखी ना करें और स्वयं रिस्क एसेसमेंट पर ध्यान रखें। श्रमिकों को भी खदान के अंदर की स्थिति पर चौकस रहने के लिए कहा गया है।

इधर, बीसीसीएल के तकनीकी निदेशक संजय कुमार सिंह ने कहा कि मानसून के समय में उत्पादन पर असर पड़ता ही है, लेकिन उससे ज्यादा जरूरी है खदानों में पानी भरने से बचाना और श्रमिकों की सुरक्षा। इसको लेकर सभी एरिया महाप्रबंधकों के साथ-साथ सेफ्टी एवं रेस्क्यू टीम को अलर्ट कर दिया गया है।

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