फर्जी कागजों के दम पर पीएफ खाते में लगा दी सेंध, मौत के बाद भी निकालते रहे राशि

ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड के मुगमा एरिया की बैजना चापापुर बारमुड़ी व कुमारधुबी कोलियरी के कर्मियों की पीएफ रकम को फर्जीवाड़ा कर निकालने के मामले से हड़कंप मचा है।

By Deepak PandeyEdited By: Publish:Fri, 19 Apr 2019 08:14 AM (IST) Updated:Fri, 19 Apr 2019 12:41 PM (IST)
फर्जी कागजों के दम पर पीएफ खाते में लगा दी सेंध, मौत के बाद भी निकालते रहे राशि
फर्जी कागजों के दम पर पीएफ खाते में लगा दी सेंध, मौत के बाद भी निकालते रहे राशि
जागरण संवाददाता, धनबाद: कोल माइंस भविष्य निधि संगठन से ईस्टर्न कोल फील्ड लिमिटेड के मुगमा एरिया की बैजना, चापापुर, बारमुड़ी व कुमारधुबी कोलियरी के कर्मियों की पीएफ रकम को फर्जीवाड़ा कर निकालने के मामले से हड़कंप मचा है। आसनसोल क्षेत्रीय कार्यालय से नॉन एफेक्टिव अकाउंट से पैसे की निकासी की गई है। विजिलेंस ने 19 मामलों की जांच शुरू की है। सीबीआइ भी मामले में जांच करेगी। सारा खेल फर्जी कागज के बल पर खेला गया।

इन कर्मियों के खाते से निकाल ली रकम: अशोक भुइयां, चापापुर कोलियरी की रकम निकाली गई। स्व. मांगाराम मांझी, कुमारधुबी कोलियरी, बर्खास्त श्रमिक की मौत होने के बाद बैजना कोलियरी में काम करते दिखाकर निकाली राशि। पटल मांझी की पीएफ राशि निकालने के साथ पेंशन का भी हो रहा भुगतान। भवानी मंझिआइन, बर्खास्त महिला कर्मचारी का निकाल लिया पीएफ दस लाख। लाला मांझी, बर्खास्त कर्मचारी का नौ लाख पीएफ निकाला गया। बुधन मांझी, इस मृत श्रमिक को जिंदा बताकर पीएफ राशि दस लाख निकाल ली। लखन मांझी, इस बर्खास्त कर्मचारी की पीएफ राशि 12 लाख का हो गया भुगतान। गोमिया मुंडा, इस बर्खास्त कर्मचारी का नौ लाख रुपया निकाला गया। सितुवा भुइयां, चापापुर कोलियरी के श्रमिक की पीएफ रकम निकाल ली। जिमाली मंझिआइन, राजपुरा कोलियरी की इस कर्मचारी के 10 लाख रुपये का किया गया भुगतान। श्यामलाल बारामुड़ी कोलियरी में काम करते समय मर गया था। फर्जी बैंक खाता खुलवा उसकी राशि हड़प ली गई। मंगोली मंझियान, चापापुर कोलियरी से वीआरएस ले चुकी थी। उसकी मौत हो गई। उसके अकाउंट के भी ढाई लाख रुपये निकाले गए।

chat bot
आपका साथी