मातमी चीख में मौन हो गए मंगलगीत

शराब के नशे में धुत होकर गाड़ी चलाने से शनिवार रात दो परिवारों की खुशियों पर वज्रपात हो गया। चालक के नशे में होने के कारण आसनसोल से झरिया आ रही दूल्हे की इंडिका गाड़ी देवली में पलट गई।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 29 Apr 2018 11:40 AM (IST) Updated:Sun, 29 Apr 2018 12:06 PM (IST)
मातमी चीख में मौन हो गए मंगलगीत
मातमी चीख में मौन हो गए मंगलगीत

जासं, धनबाद: आसनसोल से लेकर झरिया तक इस विवाह को लेकर मंगलगीत गूंज रहे थे। दूल्हे के साथ बराती मस्ती में विवाह में शामिल होने उल्लासमय वातावरण में आ रहे थे। इधर झरिया में भी बरातियों के भव्य स्वागत की तैयारी हो गई थी। बस आधा घंटा का फासला था, लेकिन बरातियों के पहुंचने के पहले ही दुल्हन के घर दुर्घटना की दुखद सूचना पहुंच गई। इसके बाद मंगलगीत खामोश हो गए। मातमी चीख गूंजने लगे। तत्काल दुल्हन के पिता उपेंद्र पांडेय अन्य रिश्तेदारों को लेकर पीएमसीएच पहुंचे। दूल्हा और परिजनों को ढांढ़स बंधाया। देर रात तक दोनों पक्ष पीएमसीएच में ही रुकेथे। शादी होने पर जिच कायम थी। लड़की पक्ष के लोग किसी तरह शादी की रस्म पूरा करने की फरियाद कर रहे थे वहीं मातमी माहौल में डूबे लड़के पक्ष के लोग कोई निर्णय करने की स्थिति में नहीं थे।

काश.. भतीजा बच जाता, मैं मर जाता: 10 वर्षीय भतीजे की मौत से दूल्हा अमर बनर्जी काफी व्यथित दिखा। पीएमसीएच में जैसे ही डॉक्टरों ने 10 वर्षीय भतीजे गौरव को मृत बताया वह दहाड़ मारकर रोने लगा। वह बस यही कह रहा था कि काश.. उसका भतीजा बच जाता। उसकी जगह वह मर जाता तो कोई दिक्कत नहीं होती।

मिनी बस से उतरकर कार में बैठे थे मां-बेटे: बरात आने के लिए दूल्हे की भाभी डोली बनर्जी और उनका पुत्र गौरव पहले मिनी बस में ही बैठा था। हालांकि बाद में परिजनों के कहने पर वे कार में सवार हो गए थे। यही कार देवली के समीप दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें गौरव की मौत हो गई और उसकी मां गंभीर रूप से जख्मी हो गई। बताते हैं कि नशे में धुत दूल्हा कार काफी तेज रफ्तार से भी चला रहा था। इस पर सवारों ने उसे मना भी किया था लेकिन वह नहीं माना।

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