Weather Forecast : अगले दो दिनों तक भारी वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना, बचाव के लिए प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

Weather Forecast जिले में अगले दो दिनों तक भारी वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग तथा गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी संभावना जताया है।

By Sagar SinghEdited By: Publish:Sun, 05 Jul 2020 05:43 PM (IST) Updated:Sun, 05 Jul 2020 05:43 PM (IST)
Weather Forecast : अगले दो दिनों तक भारी वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना, बचाव के लिए प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी
Weather Forecast : अगले दो दिनों तक भारी वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना, बचाव के लिए प्रशासन ने जारी की एडवाइजरी

बोकारो, जेएनएन। Weather Forecast जिले में रविवार से लेकर अगले दो दिनों तक भारी वर्षा के साथ वज्रपात की संभावना है। मौसम विज्ञान विभाग तथा गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग ने इसकी संभावना जताया है। 5 जुलाई से 7 जुलाई तक बोकारो जिला एवं इसके आसपास के जिलों में भारी वर्षा के साथ व्रजपात हो सकती है। बोकारो जिला में भारी व्रजपात की संभावनाओं को देखते हुए उपायुक्त मुकेश कुमार ने बोकारो वासियों के लिए व्रजपात से बचाव हेतु एडवाइजरी जारी की है। एडवाइजरी के माध्यम से उपायुक्त ने जिला वासियों को व्रजपात की प्रबल संभावनाओं के मद्देनजर विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी है। ताकि वज्रपात से बचा जा सके। विदित हो कि बोकारो वज्रपात के मामले में काफी डेंजर जोन में रहा है।

1. जब आप घरों के भीतर हो: बिजली के संचालित उपकरण से दूर रहें, तार वाले टेलीफोन का उपयोग ना करें। खिड़कियों, दरवाजे, बालकोनी एवं छतों से दूर रहें। ऐसी वस्तुएं जो बिजली की सुचालक है, उनसे दूर रहें। धातु से बने पाइप नल, फव्वारा वॉशबेसिन आदि के संपर्क से दूर रहें। कपड़े सुखाने के लिए तार का प्रयोग ना करें, जूट या सूत की रस्सी का इस्तेमाल कपड़ा सुखाने के दौरान करें।

2. जब आप घरों के बाहर हो:

ऊंचे वृक्ष बिजली को आकर्षित करते हैं। कृपया उनके नीचे ना खड़े रहे। ऊंचे इमारतों वाले क्षेत्र में आश्रय ना लें, समूह में ना खड़े रहे बल्कि अलग-अलग खड़े रहे। बारिश या व्रजपात से बचने के लिए किसी पक्के मकान में आश्रय लें। सफर के दौरान अपने वाहन में ही बने रहे, मजबूत छत वाले वाहन में रहें, खुली छत वाले वाहन की सवारी ना करें। बाहर रहने पर धातु से बनी वस्तुओं का उपयोग ना करें। बाइक, बिजली या टेलीफोन का खंभा, तार की बाड़, मशीन आदि धातु के समान कोना पकड़ के रखें। तालाब और जलाशयों से दूर रहें, यदि आप पानी के भीतर अथवा किसी नाव में हैं तो तुरंत बाहर आ जाएं। बारिश के समय धातु की डंडे वाली छाता का प्रयोग ना करें।

3. जब आप खेत खलियान में काम कर रहे हो:

गीले खेतों में हल चलाते, रोपनी या अन्य कार्य कर रहे हैं किसान तथा मजदूर या तालाब में कार्य कर रहे व्यक्ति तुरंत सुख एवं सुरक्षित स्थान पर चले जाएं। धातु से बने कृषि यंत्र डंडा आदि से अपने को दूर रख लें।

4. जब खेत, खलियान में काम कर रहे हो तथा किसी सुरक्षित स्थान में शरण ले पाने में असमर्थ हो: जहां है वहीं रहें, हो सके तो अपनी पैरों के नीचे सूखी चीजें जैसे लकड़ी, प्लास्टिक, बोरा या सूखा पत्ता रख लें। दोनों पैरों को आपस में सटा लें एवं दोनों हाथों को घुटने पर रखकर अपने सिर को जमीन की तरफ यथासंभव झुका लें तथा सिर को जमीन से ना छुड़ाएं। जमीन पर ना लेटे। जब आप जंगल में हो तो छोटे एवं घने पेड़ों की शरण में चले जाएं।

5. व्रजपात का झटका लगने पर क्या करें: व्रजपात के झटके लगने पर जरूरत के अनुसार, व्यक्तियों को कार्डियो पल्मोनरी रेसिप्रेशन यानी कृत्रिम श्वास देनी चाहिए। व्रजपात से प्रभावित व्यक्ति की सूचना अपने अंचल अधिकारी एवं जिले के जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी, जिला नियंत्रण कक्ष अथवा उपायुक्त को तत्काल दें।

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