नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी में घटिया भोजन खाकर 56 यात्री बीमार, गोमो स्टेशन पर बरपा हंगामा

नई दिल्ली से गाड़ी खुलने के बाद रात में यात्रियों के बीच भोजन परोसा गया। भोजन के बाद यात्री असहज महसूस करने लगे। यात्रियों ने पेट में दर्द उल्टी और लूज मोशन की शिकायत की।

By mritunjayEdited By: Publish:Sun, 07 Apr 2019 10:08 AM (IST) Updated:Sun, 07 Apr 2019 10:11 AM (IST)
नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी में घटिया भोजन खाकर 56 यात्री बीमार, गोमो स्टेशन पर बरपा हंगामा
नई दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी में घटिया भोजन खाकर 56 यात्री बीमार, गोमो स्टेशन पर बरपा हंगामा
जेएनएन, गोमो / रांची। ट्रेन संख्या 22824 न्यू दिल्ली-भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस के कोच संख्या बी 1,3,4,8 व 9 में करीब 56 यात्री फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गए। इन यात्रियों को उल्टी व दस्त की शिकायत होने लगी। मामला गंभीर होता देख एक के बाद एक आठ लोगों ने रेल मंत्रालय में ट्वीट कर मामले की जानकारी दी। ट्वीट होते ही हड़कंप मच गया और सुबह 5.19 में कोडरमा पहुंचते ही डॉक्टरों की टीम रेस हो गई। यहां इलाज के बाद गोमो, बोकारो और मुरी में भी यात्रियों का इलाज किया गया। दोपहर 1.33 मिनट पर राजधानी एक्सप्रेस टाटानगर स्टेशन पहुंची। यहां भी डॉक्टरों ने यात्रियों का इलाज किया। दो बजे ट्रेन भुवनेश्वर के लिए रवाना हो गई। ट्रेन में 900 यात्रियों को भोजन सप्लाई किया गया था, जिसमें 600 को मांसाहारी भोजन दिया गया था। 400 यात्रियों ने दूषित चिकेन खाया था। 

सबसे पहले बिगड़ी बच्चे व महिला की तबीयत : शनिवार की रात यात्रियों ने दूषित चिकेन खाया था। रविवार की सुबह कोडरमा स्टेशन के पास एक बच्चे व बी थ्री में सफर कर रही विदिशा दास को सबसे पहले उल्टी-दस्त की शिकायत हुई और पेट में दर्द शुरू हो गया। मौके पर डॉक्टर को बुलाया गया। चिकित्सक ने जांच के बाद दवा दी, लेकिन थोड़ी देर में कई अन्य यात्री उल्टी-दस्त की शिकायत करने लगे। देखते ही देखते पूरी ट्रेन में हड़कंप मच गया गया और यात्रियों ने हंगामा शुरू कर दिया। हंगामा देख पैंट्रीकार के कर्मचारी व मैनेजर सहमे हुए थे। 
ट्रेन रुकते ही शुरू हुआ इलाज : यात्रियों के ट्वीट करने के बाद कोडरमा में जवानों के साथ चिकित्सकों का एक दल ट्रेन पहुंचा। पूरे रास्ते गोमो, बोकारो, मुरी, टाटानगर में रोककर यात्रियों का इलाज किया जाता रहा। दवा दी जाती रही। राजधानी एक्सप्रेस के टाटानगर आने का समय सुबह 10.40 बजे है, लेकिन ट्रेन तीन घंटे विलंब से 1.33 बजे टाटानगर स्टेशन पहुंची। स्टेशन में चार चिकित्सक, दो ड्रेसर, दो फार्मासिस्ट, चार नर्स, सिविल डिफेंस के छह लोगों की टीम ने ट्रेन के रुकते ही पीडि़तों की स्वास्थ्य जांच शुुरू कर दी। इस दौरान ट्रेन को टाटानगर स्टेशन में आधा घंटे तक रोके रखा गया। उपचार के बाद ट्रेन टाटानगर स्टेशन से रवाना हुई। 
यात्रियों ने किया हंगामा : ट्रेन के गोमो पहुंचते ही यात्रियों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। यात्री ट्रेन के गेट पर खड़े हो गए और किसी को ट्रेन के अंदर नहीं जाने दे रहे थे। यात्रियों का कहना था कि ट्रेन वैसे ही तीन घंटे विलंब से चल रही है और फिर और विलंब होगा। यात्रियों का जब इतना ही ख्याल रेलवे को था तो दूषित चिकेन ही क्यों परोसा गया, लेकिन किसी तरह यात्रियों को समझा कर डॉक्टर कोच के अंदर प्रवेश कर पाए और फिर इलाज शुरू हुआ।  
दिल्ली के बेस किचन से चढ़ा था भोजन : इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कारपोरेशन (आइआरसीटीसी) ने आरके होटलियर्स प्राइवेट लिमिटेड नामक एक एजेंसी को राजधानी एक्सप्रेस की पैंट्री कार में भोजन सप्लाई करने का निर्देश दिया था। यह एजेंसी दिल्ली के बेस किचन में बने भोजन की सप्लाई राजधानी एक्सप्रेस में करती है। 
गोमो व बोकारो में लिया गया सैंपल : राजधानी एक्सप्रेस जैसे ही गोमो व बोकारो स्टेशन पहुंची। यहां रेलवे के अधिकारियों ने पैंट्री कार में रखे चिकन, दाल चावल, शाकाहारी सब्जियां, पानी की बोतल व मशालों को नमूनों को जांच के लिए जब्त किए। वहीं रेलवे ने पड़ताल शुरू कर दी है। जांच के बाद दोषी के खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। 
'ट्रेन में करीब 600 लोगों ने नॉन वेज खाया था, जिसमें से करीब 40 से ज्यादा यात्रियों को उल्टी व दस्त की शिकायत हुई है। डॉक्टरों की पूरी टीम लगी हुई है। पैंट्री कार में भोजन के नमूने ले लिए गए हैं। जांच के बाद सप्लाई करने वाली एजेंसी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
-चंद्रा साव, ग्र्रुप जनरल मैनेजर, आइआरसीटीसी कोलकाता।
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