गोमो में दुरंतो एक्स. दुर्घटनाग्रस्त, तीन डिब्बे बेपटरी

संवाद सहयोगी, गोमो बाजार/गोमो : नई दिल्ली से भुवनेश्वर जा रही 12282 डाउन दुरंतो एक्सप्रेस गुरुवार की

By Edited By: Publish:Sat, 01 Nov 2014 12:54 AM (IST) Updated:Fri, 31 Oct 2014 08:35 PM (IST)
गोमो में दुरंतो एक्स. दुर्घटनाग्रस्त, तीन डिब्बे बेपटरी

संवाद सहयोगी, गोमो बाजार/गोमो : नई दिल्ली से भुवनेश्वर जा रही 12282 डाउन दुरंतो एक्सप्रेस गुरुवार की रात मेागो रेलवे स्टेशन में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। ट्रेन के इंजन सहित तीन डब्बे पटरी से उतर गये। चालक ने आपात ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक लिया, वरना पूरी ट्रेन पंपू तालाब में घुस जाती, जिससे सैंकडों यात्रियों की जान जा सकती थी। घटना रात के तकरीबन 2.46 बजे की है। घटना की वजह से ट्रेन करीब तीन घंटे तक खड़ी रही। धनबाद रेल मंडल के आला अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंची। रेलकर्मियों ने युद्धस्तर पर रेल पटरी को दुरुस्त किया, जिसके बाद ट्रेन को प्लेटफार्म पर लाया गया और दूसरा इंजन जोड़कर शुक्रवार प्रात: 6 बजे गंतव्य के लिए रवाना किया गया। इस मामले में दुरंतो के चालक व सह चालक को निलंबित कर दिया गया है।

कैसे हुई घटना : गोमो में डाउन देहरादून हावड़ा एक्सप्रेस प्लेटफार्म संख्या दो पर खड़ी थी। जगह नहीं रहने के कारण दुरंतो एक्सप्रेस को प्लेटफार्म संख्या एक पर रोक दिया गया था। देहरादून एक्सप्रेस की रवानगी के लिए सिग्नल दिया गया, जिसे दुरंतो के चालक ने अपना सिग्नल समझकर ट्रेन चला दी। जैसे ही चालक ने दुरंतो को लूप लाइन के बफर रेल पटरी पर जाते देखा उसने तत्काल आपात ब्रेक लगाकर गाड़ी को पोल संख्या 299/24 बी के पास रोक दिया। हालांकि तब तक इंजन व तीन डब्बे दुर्घटनाग्रस्त हो चुके थे। कड़ी मशक्कत के बाद स्थिति पर काबू पाया गया और सुबह करीब छह बजे गोमो के चालक एमएस अली तथा सहायक चालक ए कच्छप के द्वारा ट्रेन को रवाना किया गया।

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आरआरआइ तकनीक के कारण हुई दुर्घटना

घटना के बाद चालक जेबी लोबो तथा सहायक चालक एससी गोराई को रोककर डॉ. एलसी मिश्रा ने उनकी मेडिकल जांच की। चालक व सहायक चालक ने बताया कि गोमो में आरआरआइ इंटरलॉकिंग सिस्टम होने के बाद सिग्नल में काफी बदलाव आया है, जिस वजह से गलतफहमी पैदा हो गयी। पहले एक सिग्नल होता था, अब दो-दो सिग्नल हो जाने के कारण इतनी बड़ी भूल हो गयी।

पल भर में हो जाती बड़ी दुर्घटना

दुरंतो एक्सप्रेस जिस रेल पटरी पर दौड़ रही थी, उसमें दो सौ मीटर के बाद पटरी ही नहीं थी। जहां तहां सिर्फ स्लीपर पड़ा हुआ है। ट्रेन अगर थोड़ी दूर और आगे बढ़ती तो शायद यह पंपू तालाब में जा गिरती।

बोले यात्री

घटना के बाद ट्रेन में सोए सभी यात्री बाहर निकल आए। किसी अनहोनी की आशंका से वे काफी भयभीत थे। दिल्ली से भुवनेश्वर जा रहे यात्री दिलीप श्याम, नारायण कुमार तथा शशीकांत प्रधान व चंदन कुमार दास ने बताया कि वे लोग गहरी नींद में सोए हुए थे। अचानक गाड़ी की खड़खड़ाहट सुनाई दी और ट्रेन तुरंत रूक गयी। घटना की जानकारी लेने के लिए ट्रेन से नीचे उतरा तो पता चला कि गाड़ी दूसरे लाइन पर जा रही थी। यह देख सभी यात्रियों के होश उड़ गये।

रेल अधिकारियों की टीम पहुंची

घटना की खबर मिलते ही अधिकारियों की टीम घटनास्थल पर पहुंची और घटना की जानकारी ली। सीनियर डीइएन बीके सिंह, एसीएमएस डॉ. एलसी मिश्रा, एईन अमित गुप्ता, सीटीएफआर एस दत्ता, सीवाईएम नागपाल, सिग्नल विभाग के एसटी चेमस साहु, पीडब्लूआई शैलेंद्र कुमार, पी साहा, फूल कनवर व अन्य पहुंचे थे।

ये ट्रेनें चली विलंब से

डाउन नई दिल्ली पुरी एक्सप्रेस गोमो होम सिग्नल में डेढ़ घटे, ग्वालियर हावड़ा चंबल एक्सप्रेस, राजेंद्र नगर हटिया एक्सप्रेस, पटना गंगा दामोदर पारसनाथ में, गंगा सतलज लुधियाना एक्सप्रेस हजारीबाग रोड में , नई दिल्ली कालका मेल चौधरीबाध में ढाई घटे तक खड़ी रही।

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