माता बुढ़ेश्वरी के मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने की पूजा

संवाद सहयोगी देवीपुर कोरोना का बंधन टूटा तो दो साल बाद एक बार फिर बुढ़ई मेला में आस्थ

By JagranEdited By: Publish:Fri, 26 Nov 2021 07:56 PM (IST) Updated:Fri, 26 Nov 2021 07:56 PM (IST)
माता बुढ़ेश्वरी के मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने की पूजा
माता बुढ़ेश्वरी के मंदिर में हजारों श्रद्धालुओं ने की पूजा

संवाद सहयोगी, देवीपुर: कोरोना का बंधन टूटा तो दो साल बाद एक बार फिर बुढ़ई मेला में आस्था और उमंग का सैलाब उमड़ पड़ा। अजय और पतरो नदी के बीच देवीपुर के बुढ़ई में एक ही पत्थर के सात पहाड़ में से एक गुफा में विराजमान माता बुढ़ेश्वरी मंदिर में शुक्रवार को नवान्न मेला पर हजारों श्रद्धालुओं ने पूजा की। उसके बाद हजारों बकरे की बलि दी गई। सैकड़ों बालकों का मुंडन संस्कार किया गया। दूसरे पहाड़ पर माता तिलेश्वरी की पूजा-अर्चना के बाद काड़ा, भेड़ा, पाठा की बलि दी गई। नवान्न मेला के अवसर पर बुढ़ई पहाड़ पर झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल से हजारों पुरुष, महिलाएं, युवक, युवतियां, बच्चे, बुढ़े सभी वर्ग एवं धर्म के लोग बुढ़ई पहाड़ मेला देखने आये। दो दिन के इस मेला में शनिवार को गली मेला लगेगा जो पहाड़ तक ही सिमटा रहता है। हालांकि मैदानी क्षेऋ में भी यही ²श्य दिखेगा। देसी व्यंजन के लिए मशहूर मेले में फास्ट फूड पर भी रहा जोर

बुढ़ई के इस नवान्न मेला का आकर्षण शुरू से पकौड़ी, आलू चाप और बैंगनी रहा है। लेकिन बदलते समय के मुताबिक युवा वर्ग और महिलाओं का रूझान फास्ट फूड की ओर हो गया है। मेले में इसका रंग भी दिखा। इन दुकानों पर काफी भीड़ रही।

नमकीन के साथ अनरसा, मिठाई, हवाई लड्डू, आइसक्रीम आदि का लुत्फ भी लोगों ने उठाया। महिलाओं को तारामाची तो बच्चे झूला, गुड़िया डांस, कठघोड़वा का आनंद लेने में मशगूल दिखे। लोगों ने कांसा, स्टील, लोहे का बर्तन, हथियार, भाला, तलवार, कड़ाही, कुदाल, चक्की बेलन, चौकी, पलंग, मिठाई आदि की खरीदारी की। लकड़ी का बना चौकी और पलंग का बड़ा बाजार सजा था। यहां से शादी ब्याह की खरीदारी करने का बाजार शुरू से रहा है। इसलिए क्रेता और विक्रेताओं को इस मेले का इंतजार रहता है।

बुढ़ई-देवीपुर मुख्य मार्ग पर वाहनों का तांता लगा था। बुढे़श्वरी और तिलेश्वरी मंदिर का पहाड़ ही नहीं पतरो नदी का तट भी भीड़ से खचाखच भरा हुआ था। सुरक्षा की रही चाक-चौबंद व्यवस्था सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था की गई थी। बीडीओ अभय कुमार, सीओ सुनील कुमार, प्रखंड कृषि पदाधिकारी पंकज कुमार, कनीय अभियंता राजेन्द्र प्रसाद यादव, थाना प्रभारी अजय सिंह, एसआई धीरेन्द्र कुमार यादव, गौतम कुमार वर्मा, मनोज कुमार मुर्मू, एएसआई संजय रजक, भरथ सिंह, पंचम कुमार शर्मा, दिनेश्वर यादव, सुधीर कुमार, अकील अहमद सुरक्षा बलों के साथ भीड़ और यातायात व्यवस्था को नियंत्रित करते दिखे।

मंदिर से मेन रोड तक लगा रहा जाम बुढ़ई मंदिर से देवघर-गिरिडीह मुख्य मार्ग पर जाम सा नजारा था। बाइक वालों के कारण पैदल चलने वालों को भी दिक्कत थी। पुलिस भी बहुत कुछ नहीं कर पा रही थी। पहाड़ और मैदानी इलाके में भीड़ के कारण सब कुछ खुद नियंत्रित होता गया। इसके लिए प्रशासन और पुलिस महकमा को भीड़ नियंत्रण के लिए प्लान बनाने की जरूरत आने वाले समय में होगी।

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