प्रशासन और ग्रामीणों में समझौता, नहीं होगा मंगला मेला

संवाद सहयोगी चितरा पहरूडीह व दिग्घी गांव में शनिवार को आठ मंगला मेला आयोजन पर प्रतिबंध

By JagranEdited By: Publish:Sat, 16 Jan 2021 11:59 PM (IST) Updated:Sat, 16 Jan 2021 11:59 PM (IST)
प्रशासन और ग्रामीणों में समझौता, नहीं होगा मंगला मेला
प्रशासन और ग्रामीणों में समझौता, नहीं होगा मंगला मेला

संवाद सहयोगी, चितरा : पहरूडीह व दिग्घी गांव में शनिवार को आठ मंगला मेला आयोजन पर प्रतिबंध लगाने के लिए ग्रामीणों और पुलिस प्रशासन की बैठक हुई। कहा गया सरकार के निर्देश को अनुपालन करते हुए मेले का आयोजन नहीं करें।

प्रखंड विकास पदाधिकारी साकेत कुमार सिन्हा, थाना प्रभारी अनिल कुमार शर्मा, उपप्रमुख अजीत महतो, मुखिया प्रतिनिधि मदन कोल समेत पहरूडीह व दिग्घी गांववासियों के साथ अलग-अलग बैठक हुई। इसमें प्रखंड विकास पदाधिकारी सिन्हा ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार कोविड-19 के संक्रमण के खतरे को देखते हुए मेला आयोजन पर पाबंदी लगाई गई है। इसलिए सभी ग्रामीणों से आग्रह है कि मेला नहीं लगने संबंधी बातों का बढ़-चढ़कर प्रचारित प्रसारित करें। यदि कोई मेले के आयोजन का प्रयास करे तो उसका विरोध करें और उसकी सूचना अविलंब पुलिस प्रशासन को दें। पुलिस प्रशासन ऐसे तत्वों से सख्ती से निपटेगी। उन्होंने यह भी कहा कि मेला स्थल में जो मंदिर है उसमें दर्शन पूजन पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन उसमें कोरोना गाइडलाइन का अनुपालन करते हुए शारीरिक दूरी बनाए रखना अनिवार्य है। साथ ही मास्क आदि का इस्तेमाल किया जाना आवश्यक है। उल्लेखनीय है कि मकर संक्रांति से आठ दिन बाद पहरूडीह गांव में कई दशकों से मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें बड़ी संख्या में लोग लकड़ी से बने सामान और घरेलू जरूरत के सामान खरीदारी करते थे। इसी के साथ दिग्घी गांव में भी मेले का आयोजन किया जाता था। इन दोनों गांव के मेले को बैठक में प्रतिबंधित कर दिया गया। मौके पर समाजसेवी मनजीत चौधरी, सोनालाल किस्कू, सुब्रत चौधरी, रंजीत महतो, सुरेश, जितेन गोपाल राम गति सिंह समेत दर्जनों लोग मौजूद थे।

chat bot
आपका साथी