भूख से मौत होने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त सुरेंद्र कुमार ने कहा कि सुखाड़ प्रभावित गांवों में मनरेगा की योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाएं। उन्होंने कहा कि भूख से किसी भी व्यक्ति की मौत न हो, इसे सुनिश्चित करें। यदि उसके बाद भी मौत होती है, तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेवार होंगे और उनके विरूद्ध कार्रवाई होगी। आयुक्त शनिवार को एक दिवसीय प्रवास के तहत यहां आए थे। चतरा आगमन पर विकास भवन स्थित

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Nov 2018 07:26 PM (IST) Updated:Sat, 17 Nov 2018 07:26 PM (IST)
भूख से मौत होने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई
भूख से मौत होने पर अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

चतरा : उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के आयुक्त सुरेंद्र कुमार ने कहा कि सुखाड़ प्रभावित गांवों में मनरेगा की योजनाओं को और अधिक प्रभावी बनाएं। उन्होंने कहा कि भूख से किसी भी व्यक्ति की मौत न हो, इसे सुनिश्चित करें। यदि उसके बाद भी मौत होती है, तो इसके लिए संबंधित अधिकारी जिम्मेवार होंगे और उनके विरूद्ध कार्रवाई होगी। आयुक्त शनिवार को एक दिवसीय प्रवास के तहत यहां आए थे। चतरा आगमन पर विकास भवन स्थित उप विकास आयुक्त के कार्यालय में अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। समीक्षा बैठक में उप विकास आयुक्त सह प्रभारी उपायुक्त मुरली मनोहर प्रसाद, अपर समाहर्ता विजय कुमार झा, सदर अनुमंडल पदाधिकारी राजीव कुमार, जिला शिक्षा अधीक्षक रामपति राम एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे। आयुक्त ने पारा शिक्षकों की हड़ताल के बाद उत्पन्न स्थिति की समीक्षा की और कई दिशा निर्देश दिए। उसके बाद उन्होंने सुखाड़ की स्थिति की जानकारी ली। उप विकास आयुक्त ने बताया कि जिले के बारह में नौ प्रखंड सुखाग्रस्त है। इसकी रिपोर्ट सरकार को भेज दी गई है। साथ की साथ आपात स्थिति से निबटने के लिए सभी मुखिया के बैंक खाता में दस-दस हजार रुपये स्थानांतरित कर दिए गए हैं। आवश्यकता पड़ने पर संबंधित मुखिया उक्त राशि से गरीब एवं लाचार परिवारों को अनाज उपलब्ध करा सकते हैं। आयुक्त ने डीडीसी को निर्देश दिया है कि जिले में निवास करने वाले आदिम जन जातियों की स्थिति की आकलन करें। साथ ही साथ उन्हें मिलने वाले खाद्यान्न एवं अन्य सुविधाओं की समीक्षा करें। कमिश्नर ने सीसीएल एवं रेल परियोजनाओं को लेकर की जा रही भूमि अधिग्रहण पर भी चर्चा की।

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