त्याग व बलिदान का पर्व बकरीद आज

त्याग व बलिदान का पर्व ईद-उल-जोहा आज चतरा हजरत इब्राहिम अलै. और हजरत इस्माईल अलै. की याद में मनाए जाने वाला ईद-उल-जोहा का त्योहार शनिवार से शुरू हो रहा है। तीन दिनों तक चलने वाला इस पर्व को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई है। ईदगाह सहित शहर के 1

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Aug 2019 06:21 PM (IST) Updated:Sun, 11 Aug 2019 06:21 PM (IST)
त्याग व बलिदान का पर्व बकरीद आज
त्याग व बलिदान का पर्व बकरीद आज

चतरा : हजरत इब्राहिम अलै. और हजरत इस्माईल अलै. की याद में मनाए जाने वाला ईद-उल-जोहा सोमवार से शुरू हो रहा है। तीन दिनों तक चलने वाले इस पर्व को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। ईदगाह सहित शहर की 19 मस्जिदों में ईद-उल-जोहा की नमाज पढ़ी जाएगी। नमाज को लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

नमाजियों के इस्तकबाल को लेकर ईदगाह सज-धजकर पूरी तरह से तैयार है। यहां पर सुबह 8.00 बजे नमाज होगी। ईदगाह के अलावा शहर की करीब-करीब सभी मस्जिदों में नमाज पढ़ी जाएगी। नमाज के लिए समय का निर्धारण कर दिया गया है। इसके अनुसार सुबह 5.45 बजे से लेकर 8.50 बजे के बीच इन स्थानों पर नमाज अदा की जाएगी। पर्व को लेकर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में काफी उत्साह और उमंग देखा जा रहा है। बच्चे, बूढ़े एवं युवा और महिलाएं सभी के सभी पर्व की तैयारियों को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं। शहर-ए-काजी सह अरबी कालेज के प्राचार्य मुफ्ति नजरे तौहीद ने ईद-उल-जोहा त्योहार के महत्व पर रोशनी डालते हुए कहा कि आम तौर पर ईद-उल-फित्र और ईद-उल-जोहा मुसलमानों का दो बड़ा और महत्वपूर्ण पर्व है। ईद-उल-फित्र का पर्व एक महीना लगातार रोजा रखने के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। वहीं ईद-उल-जोहा का पर्व जिल्काद के दसवीं तारीख को मनाया जाता है। पर्व के एक दिन पहले मुस्लिम धर्मावलंबी रोजा रखते हैं। बकरीद का पर्व और सावन की अंतिम सोमवारी इस बार एक ही दिन है। ऐसे में जिला प्रशासन ने विधि व्यवस्था को लेकर सुरक्षा का व्यापक प्रबंध किया है। सभी संवेदनशील स्थानों पर दंडाधिकारी के साथ सुरक्षा बलों को तैनात किया है।

अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप

chat bot
आपका साथी