कोल तस्कर तुलसी गंझू गिरफ्तार

चतरा : टंडवा स्थित सीसीएल की मगध कोयल परियोजना से कोयला की तस्करी का आरोपी तुलसी गंझू को पुलिस ने म

By Edited By: Publish:Wed, 27 Jul 2016 09:40 PM (IST) Updated:Wed, 27 Jul 2016 09:40 PM (IST)
कोल तस्कर तुलसी गंझू गिरफ्तार

चतरा : टंडवा स्थित सीसीएल की मगध कोयल परियोजना से कोयला की तस्करी का आरोपी तुलसी गंझू को पुलिस ने मंगलवार को गिरफ्तार कर लिया। तुलसी की गिरफ्तारी हजारीबाग से हुई है। पुलिस कप्तान अंजनी कुमार झा ने गिरफ्तारी की पुष्टि की है। 24 जुलाई को दैनिक जागरण में कोयला तस्करी में पुलिस, उग्रवादी गठजोड़ की खबर प्रकाशित होने के बाद से पुलिस उसकी गिरफ्तार के प्रयास को और तेज कर दी थी। पुलिस अधीक्षक ने तुलसी की गिरफ्तारी के लिए एक स्पेशल टीम गठित की थी। स्पेशल टीम ने 27 जुलाई की सुबह उसे गिरफ्तार कर ली। गंझू टंडवा थाना क्षेत्र के मासीलौंग का रहने वाला है। मगध कोल परियोजना संचालन समिति का सचिव तुलसी गंझू सीसीएल एवं पुलिस अधिकारियों, उग्रवादी संगठन और पत्रकारों के साथ गठजोड़ कर कोयले की अवैध तस्करी करा रहा था। इतना ही नहीं मगध कोल परियोजना को शुरू होते ही खुद ही कोयला लोडर-2 कोर कमेटी का गठन कर लिया और उसका सचिव खुद बन गया। इस बीच कोयला की अवैध तस्करी का खेल शुरू हो गया। महीनों तक इसका भनक दूसरे लोगों को नहीं लग सका। इसी बीच 19 मई को टंडवा के तत्कालीन एसडीपीओ ने दस ट्रक अवैध कोयला जब्त कर हडकंप मचा दिया। आश्चर्य की बात तो यह है कि बरामद अवैध कोयला के मामला में तुलसी को अभियुक्त तक नहीं बनाया गया। जब इसकी जानकारी एसडीपीओ को मिली, तो उन्होंने उसका नाम जुड़वाया। चूंकि बरामद ट्रकों पर अवैध कोयला तुलसी के लोडर से ही लोड हुआ था। एसडीपीओ ने इस पूरे मामले की एक विस्तृत रिपोर्ट सरकार को भेजी। जिसके बाद गृह मंत्रालय सक्रिय हुआ और अवैध उत्खनन एवं तस्करी पर रोक लगाने के लिए कड़ा आदेश जारी किया। बताया जाता है कि तस्करी के इस गोरख धंधा में तत्कालीन थाना प्रभारी आरबी ¨सह भी संलिप्त थे। साथ ही साथ कुछ पत्रकारों की भूमिका भी संदिग्ध रही है। पुलिस गंझू से पूछताछ में जुटी हुई है। उम्मीद की जा रही है कि पूछताछ में कोई बड़ा खुलासा हो सकता है। एसपी ने बताया कि जब तक पूछताछ पूरी नहीं हो जाती है, तब तक कुछ नहीं बताया जा सकता है।

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