मनरेगा से बदल रही गांवों की किस्मत, विकास का बना सशक्त माध्यम

चतरा : सांसद सुनील कुमार ¨सह ने कहा कि मनरेगा से गांव की किस्मत बदल रही है। मनरेगा विकास का एक सशक्

By Edited By: Publish:Sat, 28 May 2016 11:08 PM (IST) Updated:Sat, 28 May 2016 11:08 PM (IST)
मनरेगा से बदल रही गांवों की किस्मत, विकास का बना सशक्त माध्यम

चतरा : सांसद सुनील कुमार ¨सह ने कहा कि मनरेगा से गांव की किस्मत बदल रही है। मनरेगा विकास का एक सशक्त माध्यम बनकर उभर रहा है। उन्होंने कहा कि पूर्व में मनरेगा लूट खसोट की योजना बन गई थी। लेकिन प्रधानमंत्री के रूप में नरेंद्र मोदी को सत्तासीन होते ही लूटखसोट की संस्कृति पर लगाम लगाया। सांसद शनिवार को विकास भवन के प्रशिक्षण हाल नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित थे। समारोह में सांसद एवं उपायुक्त अमित कुमार और जिला परिषद की अध्यक्ष ममता देवी ने मनरेगा के लिए चयनित तकनीकी सहायक एवं रोजगार सेवकों, आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए चयनित पोषण सखियों, कृषि विभाग में बहाल हुए एटीएम व बीटीएम 283 नवचयनितों को नियुक्ति पत्र दिया। समारोह को संबोधित करते हुए सांसद ने आगे कहा कि पिछले दो वर्षों में राज्य एवं देश का अपेक्षित विकास हुआ है। गांव से लेकर शहर तक विकास की नींव रखी जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी केंद्रों को सशक्त करने के लिए पोषण सखी की नियुक्ति की प्रक्रिया को अमल में लाया। पूर्ववर्ती सरकारों को इस पर ध्यान नहीं था। लेकिन राज्य में भाजपा की सरकार के बहुमत में आने के बाद मुख्यमंत्री ने इस दिशा में एक कारगर प्रयास किया। जिसका परिणाम है कि राज्य के सभी जिलों में बड़े पैमाने पर पोषण सखी का चयन किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदेश की अस्सी प्रतिशत आबादी खेती पर आश्रित हैं। लेकिन पूर्ववर्ती सरकारें की प्राथमिकता सूची में कृषि पर ध्यान नहीं थी। सरकार ने कृषि को आधार प्रदान करने के लिए एटीएम एवं बीटीएम की बहाली कर रही है। उन्होंने कहा कि खेती के लिए ¨सचाई की व्यवस्था सुनिश्चित होनी चाहिए थी। लेकिन ¨सचाई पर कभी ध्यान नहीं दिया गया। इस बार सरकार ने जल संचयन के लिए हर गांव में डोभा का निर्माण करा रही है। ताकि गांव का पानी गांव में ही रह सके। किसानों को ¨सचाई की समुचित व्यवस्था उपलब्ध हो सके। सांसद ने कहा कि इन दो वर्षों में भारत अपनी अर्थ व्यवस्था को ऊंचाई तक ले जाने में सक्षम हुई है। राज्य में चतरा जिला गिनती पिछड़ों में होती थी। लेकिन इन दो वर्षों में चतरा की पहचान राज्य के अग्रणी जिलों में हो रही है। उन्होंने इसके लिए उपायुक्त के प्रति आभार प्रकट किया। सांसद ने नवनियुक्त कर्मियों का आह्वान करते हुए कहा कि सरकार ने बड़ी जिम्मेवारी सौंपी है। इसे इमानदारी पूर्वक निर्वहन करना है। डीसी ने कहा कि झारखंड राज्य सरकार ने 2016 को नियुक्तियों का वर्ष घोषित किया है। आने वाले समय में और भी कई नियुक्तियां होने वाली है। उन्होंने कहा कि रिक्तियों के कारण गुणवत्ता पूर्ण कार्य नहीं हो रहे थे। लेकिन अब कई पदों की रिक्तियों को भर लिया गया है। ऐसे में उम्मीद है कि अब गुणवत्तापूर्ण कार्य होंगे। उन्होंने कहा कि पोषण सखी के चयन में थोड़ा विलंब हुआ है। उन्होंने कहा कि टीएम एवं बीटीएम से नवीन तकनीक से खेती कराई जाएगी।

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