राज्य कर विभाग ने 200 अनिबंधित व्यवसायियों को भेजा नोटिस

बोकारो : जीएसटी लागू होने के बाद व्यवसायियों को मिला ग्रेस पीरियड धीरे-धीरे खत्म होने को

By JagranEdited By: Publish:Wed, 11 Oct 2017 03:01 AM (IST) Updated:Wed, 11 Oct 2017 03:01 AM (IST)
राज्य कर विभाग ने 200 अनिबंधित व्यवसायियों को भेजा नोटिस
राज्य कर विभाग ने 200 अनिबंधित व्यवसायियों को भेजा नोटिस

बोकारो :

जीएसटी लागू होने के बाद व्यवसायियों को मिला ग्रेस पीरियड धीरे-धीरे खत्म होने को है। जीएसटी में निबंधन के लिए व्यवसायियों को जीएसटी काउंसिल से कई बार छूट मिलने के बाद अब राज्य कर विभाग पूरी तरह से सख्ती से निपटने का मन बना लिया है। विभाग के पदाधिकारियों ने जिले करीब 1200 प्रतिष्ठानों का निरीक्षण किया जिसमें से करीब 200 व्यवसायी बगैर निबंधन के पाए गए। इन्होंने लैबिलिटी होने के बावजूद जीएसटी में निबंधन नहीं कराया है। विभाग ने सभी अनिबंधित व्यवसायियों को जल्द से जल्द से निबंधन कराने के लिए नोटिस निर्गत कर दिया है। अभी तक जीएसटी में 2147 नए व्यवसायियों का निबंधन हो चुका है। विभागीय सूत्रों के अनुसार अगर ये सभी व्यवसायी अगर जीएसटी में निबंधन नहीं कराते हैं तो भविष्य में व्यवसाय करने में काफी परेशानी होगी। सभी व्यवसायियों को अपने व्यवसाय का पूरा ब्योरा विभाग के पास उपलब्ध कराने के लिए नोटिस भेज दिया गया है।

सूत्रों की माने तो जिन व्यवसायियों को निबंधन की जरूरत नहीं वे जीएसटी पोर्टल पर अपना इनरॉलमेंट करा लें ताकि व्यवसाय करने में परेशानी न हो।

--

तकनीकी कारण से रूका हुआ है निबंधन : जिन व्यवसायियों का निबंधन नहीं हुआ है उन्होंने बताया कि निबंधन के लिए आवेदन दिए चार माह से ऊपर हो चुका है। लेकिन अभी तक निबंधन का कुछ अता पता ही नहीं है। कई व्यवसायियों ने कहा कि निबंधन के लिए कई बार आनलाइन फार्म भरा लेकिन एक बार भी निबंधन नहीं हो सका है। विभागीय अधिकारी हर बार कुछ नया बताते हैं, वहीं सूत्रों का कहना है कि जीएसटी काउंसिल ने सही तरीके से डॉक्यूमेंट विभागीय पोर्टल पर अपलोड नहीं होने के कारण जीएसटी में निबंधन नहीं हो पा रहा है। ऐसे में व्यवसायियों को निबंधन के लिए विभाग में बने सेंटर में जाकर निबंधन कराना होगा।

---------------------

वर्जन :

जिन व्यवसायियों ने जीएसटी में निबंधन नहीं कराया है। वे तुरंत अपना निबंधन करा लें अगर किसी प्रकार की कोई परेशानी हो रही हो तो कार्यालय में बने फैसिलिटेशन सेंटर से मदद ले सकते हैं। अगर व्यवसायी जीएसटी में निबंधन नहीं कराते हैं तो भविष्य में व्यवसाय करने में पहले की अपेक्षा काफी परेशानी होगी।

सदय कुमार, उपायुक्त राज्यकर ।

chat bot
आपका साथी