दामोदर तट के सुंदरीकरण की कवायद तेज

संवाद सहयोगी करगली (बेरमो) नामामि गंगे की योजना से फुसरो स्थित दामोदर नदी तट के सुंदरीकरण की कवायद तेज हो गई है। बुधवार को नेशनल इंवायरमेंट इंजीनियरिग रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनइइआरआइ) मुंबई के वैज्ञानिक टुहिन बनर्जी और नगर संवाद सहयोगी करगली (बेरमो) नामामि गंगे की योजना से फुसरो स्थित दामोदर नदी तट के सुंद

By JagranEdited By: Publish:Wed, 04 Mar 2020 10:00 PM (IST) Updated:Thu, 05 Mar 2020 06:14 AM (IST)
दामोदर तट के सुंदरीकरण की कवायद तेज
दामोदर तट के सुंदरीकरण की कवायद तेज

संवाद सहयोगी, करगली (बेरमो) : नामामि गंगे की योजना से फुसरो स्थित दामोदर नदी तट के सुंदरीकरण की कवायद तेज हो गई है। बुधवार को नेशनल इंवायरमेंट इंजीनियरिग रिसर्च इंस्टीट्यूट (एनइइआरआइ) मुंबई के वैज्ञानिक टुहिन बनर्जी और नगर विकास व आवास विभाग के अधिकारियों ने संयुक्त रूप से स्थल निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बेरमो सीम, घुटियाटांड़, ढोरी खास, शारदा कॉलोनी आदि में बनने वाले मिनी वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का स्थल देखा। साइंटिस्ट बनर्जी ने बताया कि फुसरो नगर परिषद क्षेत्र से गुजरने वाली दामोदर नदी को नामामि गंगे की योजना से जोड़ने के लिए केंद्र सरकार काफी गंभीरता से कार्य रही है। एनजीटी का सख्त आदेश है कि किसी भी प्रकार से दामोदर नदी को प्रदूषित नहीं होने देना है। दामोदर नदी की सफाई व तट के सुंदरीकरण के लिए केंद्र सरकार ने फिलहाल 201 करोड़ रुपये की स्वीकृति नामामि गंगे योजना के मद से दी है, जिसे धरातल पर उतारने के लिए सर्वे का कार्य किया जा रहा है। इसके बाद योजना में कुछ बदलाव कर फाइनल डीपीआर अप्रैल-मई माह तक बनकर तैयार हो जाएगा।

नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी अरुण कुमार भारती ने बताया कि फुसरो क्षेत्र से गुजरने वाली दामोदर नदी की सेहत सुधारने के लिए केंद्र सरकार की नामामि गंगे की योजना से 210 करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है। फिलहाल 180 करोड़ रुपये की लागत से फुसरो स्थित दामोदर नदी तट का सुंदरीकरण किया जाएगा। उसके बाद 30 करोड़ का फंड दामोदर नदी को प्रदूषण मुक्त करने में लगाया जाएगा। बताया कि इस योजना के लिए एनसीपीई कंपनी ने डीपीआर तैयार किया है, जिसे फाइनल करने को स्थल निरीक्षण किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि दामोदर नदी तट के सुंदरीकरण की योजना को चार जोन फुसरो के ढोरी खास, बेरमो सीम, शारदा कॉलोनी एवं घुटियाटांड़ में बांटकर धरातल पर उतारा जाएगा। साथ ही दो स्थानों में सीरेवेज ट्रीटमेंट प्लांट निर्माण कराया जाएगा, जो करगली गेट स्थित घुटियाटांड़ में चार एमएलडी और ढोरी खास के समीप में दस एमएलडी क्षमता वाला प्लांट होगा। बताया कि प्रोजेक्ट चालू होने के बाद फुसरो नगर क्षेत्र की छोटी-बड़ी नालियों व नाले का गंदा पानी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में फिल्टर किया जाएगा, उसके बाद उसे नदी में गिराया जाएगा। क्षेत्र की नालियों को सीवर लाइन से जोड़ा जाएगा। प्लांट का निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद 15 साल तक अनुरक्षण का जिम्मा संबंधित ठेकेदार पर होगा। मौके पर नगर विकास एवं आवास विभाग के अधीक्षण अभियंता संजय सिंह, असिस्टेंट इंजीनियर वरुण सौरभ, सूडा के प्रभुजोत सिंह, वार्ड पार्षद रामचंद्र महतो, जेई राजेश गुप्ता, नगर परिष्ज्ञद के कर्मी राजीव रंजन कुमार आदि मौजूद थे।

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