बोकारो की बेटियों ने लहराया सफलता का परचम

बोकारो बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद की ओर से डिग्री सेमेस्टर छह यूजी फ

By JagranEdited By: Publish:Wed, 31 Jul 2019 07:12 PM (IST) Updated:Wed, 31 Jul 2019 07:12 PM (IST)
बोकारो की बेटियों ने लहराया सफलता का परचम
बोकारो की बेटियों ने लहराया सफलता का परचम

बोकारो : बिनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय धनबाद की ओर से डिग्री सेमेस्टर छह, यूजी फाइनल के विभिन्न विषयों का परीक्षा परिणाम जारी कर दिया गया। बोकारो की बेटियों ने सफलता की ऊंची उड़ान भरी है। कठिन परिश्रम व जीवन में आगे बढ़ने के जज्बे से इन्होंने मंजिल की ओर कदम आगे बढ़ाया। यूजी फाइनल वाणिज्य में बोकारो महिला कॉलेज की हर्षिता कीर्ति, भूगोल में इसी कॉलेज की रोजी राज, सामाजिक विज्ञान में बोकारो महिला कॉलेज की दिव्या, उर्दू में रणविजय स्मारक महाविद्यालय सेक्टर 12 की सबा परवीन, फिलास्फी में आरवीएस कालेज की श्वेता कुमारी एवं जूलॉजी में बोकारो स्टील सिटी कॉलेज की आयुषी विश्वविद्यालय टॉपर रहीं।

पूर्व सैनिक की बेटी दिव्या ने किया कमाल

बोकारो महिला कॉलेज की दिव्या ने यूजी फाइनल सामाजिक विज्ञान में विश्वविद्यालय टॉपर रहीं। इनके पिता बारी कोऑपरेटिव निवासी श्रीनिवास सिंह पूर्व सैनिक हैं। माता आश सिंह गृहिणी हैं। दिव्या व्याख्याता बन कर समाज में ज्ञान की रोशनी बिखेरना चाहती हैं। उन्होंने बताया कि माता-पिता ने सदैव आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। उनका खास ख्याल रखा। कभी भी पढ़ाई के लिए दबाव नहीं बनाया। अपनी रुचि के अनुरुप शिक्षा ग्रहण करने की आजादी दी। माता-पिता व शिक्षकों के कुशल मार्गदर्शन में सफलता हाथ लगी। दिव्या को चित्रकला से भी लगाव है।

कड़ी मेहनत से हर्षिता ने मंजिल की ओर बढ़ाया कदम

कड़ी मेहनत से बोकारो महिला कालेज की हर्षिता कीर्ति ने मंजिल की ओर कदम आगे बढ़ाया। इन्होंने यूजी फाइनल वाणिज्य में 1460 अंक के साथ विश्वविद्यालय टॉपर बनने का गौरव हासिल किया। हर्षिता के पिता डॉ.वीरेन्द्र कुमार सिंह बोकारो महिला कालेज में व्याख्याता हैं। माता रीता कुमारी गृहिणी हैं। वह सीए बनना चाहती है। इसलिए लक्ष्य साध कर कठिन परिश्रम कर रही हैं। हर्षिता ने गुरु गोविद सिंह पब्लिक स्कूल बोकारो से 88 फीसद अंक के साथ मैट्रिक व इसी विद्यालय से 91 फीसद अंक के साथ आइ कॉम की परीक्षा उत्तीर्ण की। वर्तमान में कास्ट एकाउंटेंसी कोर्स पूरा करने की इच्छा है। इनकी खेलकूद में भी रुचि है। हर्षिता ने कहा कि माता-पिता ने जीवन में आगे बढ़ने की सीख दी। सदैव आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। माता-पिता व शिक्षकों के मार्गदर्शन में सफलता मिली।

शिक्षा का अलख जगाना चाहती हैं सबा

सकारात्मक सोच के साथ कड़ी मेहनत से रणविजय स्मारक महाविद्यालय सेक्टर 12 की सबा परवीन को सफलता मिली। यूजी फाइनल उर्दू में 1720 अंक के साथ विश्वविद्यालय टॉपर बनीं। इनके पिता मखदुमपुर सिवनडीह निवासी अब्दुल लतीफ अंसारी बोकारो इस्पात संयंत्र के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं। माता राबिया खातून गृहिणी हैं। सबा व्याख्याता बन कर समाज में शिक्षा का अलख जगाना चाहती हैं। इसलिए मंजिल पाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं। इनकी रुचि पेंटिग में भी है, लेकिन पढ़ाई को प्राथमिकता देती हैं। इन्होंने मौलाना मंजूर के अलावा शिक्षक अताउल्लाह खान व अनवर से उर्दू की तालिम हासिल की। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता व शिक्षकों को दिया। कहा कि माता-पिता ने बेहतर शिक्षा ग्रहण करने के लिए प्रोत्साहित किया। वे सदा उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते रहे।

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