बलिदान हुए तीन सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर पैतृक घरों में भेजे

दक्षिण कश्मीर के बदीगाम शोपियां में गत वीरवार को लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराने के अभियान के दौरान बलिदान हुए हरियाणा और राजस्थान तीन सैन्यकर्मियों के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घरों में भेजे गए। कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय अन्य सैन्याधिकारियों और जवानों ने पुष्पचक्र व फूल मालाएं अर्पित कर श्रद्धांजलि भेंट की।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 17 Apr 2022 07:09 AM (IST) Updated:Sun, 17 Apr 2022 07:09 AM (IST)
बलिदान हुए तीन सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर पैतृक घरों में भेजे
बलिदान हुए तीन सैन्यकर्मियों के पार्थिव शरीर पैतृक घरों में भेजे

राज्य ब्यूरो, श्रीनगर : दक्षिण कश्मीर के बदीगाम शोपियां में गत वीरवार को लश्कर के तीन आतंकियों को मार गिराने के अभियान के दौरान बलिदान हुए हरियाणा और राजस्थान तीन सैन्यकर्मियों के तिरंगे में लिपटे पार्थिव शरीर पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनके पैतृक घरों में भेजे गए। कोर कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीपी पांडेय, अन्य सैन्याधिकारियों और जवानों ने पुष्पचक्र व फूल मालाएं अर्पित कर श्रद्धांजलि भेंट की।

रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने बताया कि बदीगाम में गत वीरवार को सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हुई थी। 44 आरआर के जवानों का दस्ता उसमें भाग लेने के लिए रवाना हुआ। कनीपोरा के पास सड़क पर फिसलन होने के कारण वाहन हादसे का शिकार हो गया। इस हादसे में आठ सैन्यकर्मी घायल हुए। उनमें तीन को डाक्टरों ने अस्पताल में वीरगति को प्राप्त घोषित किया था। इनकी पहचान सूबेदार श्रीओम, हवालदार राम अवतार और सिपाही पवन सिंह गुर्जर के रूप में हुई थी।

हरियाणा और राजस्थान के हैं बलिदान देने वाले जांबाज :

बलिदान हुए सूबेदार श्रीओम 1998 में सेना में शामिल हुए थे। हरियाणा के जिला भिवानी की चरखीदादरी तहसील के अंतर्गत महराना गांव के रहने वाले बलिदानी के परिवार में पत्नी के अलावा एक बेटी और बेटा रह गया है। वर्ष 2002 में सेना में शामिल हुए बलिदानी हवालदार राम अवतार राजस्थान में जिला अलवर के लालपुर उजोली के रहने वाले थे। उनके परिवार में उनकी पत्नी रह गई हैं। बलिदान सिपाही पवन सिंह गुर्जर 2018 में सेना में भर्ती हुए थे। वह राजस्थान में जिला दौसा के अंतर्गत कंचनपुर, तलचिरी महावा के रहने वाले थे। उनके परिवार में अब उनकी मां हैं।

chat bot
आपका साथी