नहर किनारे बने ढांचे को गिराने पर भड़के ग्रामीण
सिचाई विभाग ने शुक्रवार को गांव हरिपुर में नहर किनारे पर बनाए ढांचे को अवैध कब्जा बताकर हटा दिया। शुक्रवार को पहुंची टीम ने इस कब्जे को जेसीबीसी की मदद से हटा दिया। इस ढांचे को गिराने का स्थानीय ग्रामीणों ने रोष जताया। ग्रामीणों ने इसको विभाग की अवैध कारवाई बताते हुए रोष जताया।
संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : सिचाई विभाग ने शुक्रवार को गांव हरिपुर में नहर किनारे पर बनाए ढांचे को अवैध कब्जा बताकर हटा दिया। शुक्रवार को पहुंची टीम ने इस कब्जे को जेसीबीसी की मदद से हटा दिया। इस ढांचे को गिराने का स्थानीय ग्रामीणों ने रोष जताया। ग्रामीणों ने इसको विभाग की अवैध कारवाई बताते हुए रोष जताया। ग्रामीणों ने कहा कि अगर विभाग की जगह पर अवैध ढांचा बनाया गया था तो विभाग को इसको लेकर पहले कोई नोटिस जारी करना चाहिए था पर न तो विभाग की तरफ से कोई नोटिस जारी किया गया और ना ही इस बारे में कोई बात की गई। विभाग ने आते ही आनन-फानन में ढांचे को गिरा दिया। ग्रामीणों ने बताया कि इससे ढांचे के अंदर पड़ा सारा सामान भी बरबाद हो गया। इससे एक गरीब व्यक्ति को नुकसान हुआ है।
ग्रामीणों ने विभाग की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि विभाग ने मात्र एक व्यक्ति के ही अस्थायी ढांचे को गिराया है, जबकि आरएसपुरा से लेकर सीमावर्ती गांव तक लगातार नहरों के किनारे अतिक्रमण हो रखा है, जिनके ऊपर विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। स्थानीय निवासी जितेंद्र सिंह ने बताया कि वो पिछले 25 साल से यहां पर अस्थायी ढांचा तैयार कर अपना छोटा मोटा रोजगार चला रहे थे, लेकिन सिंचाई विभाग की तरफ से बिना कोई नोटिस दिए उनके ढांचे को गिरा दिया। जम्मू से आरएसपुरा तक नहर किनारे हुए अतिक्रमण को हटवाया जाए
पंच रोशनलाल, श्याम सिंह आदि ने कहा कि आसपास के इलाकों में कई लोगों ने नहर किनारे अतिक्रमण किया हुआ है, लेकिन उनके खिलाफ विभाग द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। अगर सिचाई विभाग अपने कार्य को लेकर इतना ही गंभीर है तो वह पहले जम्मू से लेकर आरएसपुरा तक नहर किनारे हुए अतिक्रमण को हटाए। उन्होंने कहा कि जितेंद्र सिंह पिछले कई सालों से अस्थाई ढांचा तैयार करके अपना रोजगार चलाने में जुड़ा हुआ था लेकिन विभाग ने अब उसका ढांचा गिरा दिया है।