यात्रा विवरण बताने को कहें धार्मिक नेता: मुर्मू

उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने धार्मिक नेताओं से कहा कि वे अपने अनुयायियों से स्वेच्छा से दिल्ली में आयोजित धार्मिक मंडली में भागीदारी और अपनी यात्रा के विवरण की रिपोर्ट करें।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Sun, 05 Apr 2020 11:18 AM (IST) Updated:Sun, 05 Apr 2020 11:18 AM (IST)
यात्रा विवरण बताने को कहें धार्मिक नेता: मुर्मू
यात्रा विवरण बताने को कहें धार्मिक नेता: मुर्मू

जम्मू, राज्य ब्यूरो ।  उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने धार्मिक नेताओं से कहा कि वे अपने अनुयायियों से स्वेच्छा से दिल्ली में आयोजित धार्मिक मंडली में भागीदारी और अपनी यात्रा के विवरण की रिपोर्ट करें। साथ ही आगामी त्यौहारी सीजन के दौरान स्टे एट होम, प्रेयर एट होम की प्रथा को अपनाएं।

उपराज्यपाल ने शनिवार को विभिन्न धार्मिक समूहों के नेताओं और विभिन्न धर्मों के संगठनों के प्रमुखों के साथ बातचीत की। उनसे कहा कि वे अपने अनुयायियों को कोविड-19 के संक्रमण को रोकने के लिए शारीरिक दूरी को बनाए रखने के बारे में जागरूक करें। उन्होंने उन्हें कोविड-19 की रोकथाम से संबंधित दिशा-निर्देशों के बारे में जागरूकता संदेश फैलाने के लिए सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया जैसे शक्तिशाली मीडिया उपकरणों का उपयोग करने की सलाह दी। इस मौके पर बीवीआर सुब्रह्मण्यम, मुख्य सचिव बिपुल पाठक, उपराज्यपाल के प्रधान सचिव संजीव वर्मा, डिवीजनल कमिश्नर जम्मू और डिवीजनल कमिश्नर कश्मीर समेत विभिन्न धार्मिक संगठनों के प्रमुख और सामाजिक कार्यकर्ता वीडियो कांफ्रेंस में शामिल हुए।

सभी स्तर पर बनी हैं समन्वय समितियां :

उपराज्यपाल को बताया गया कि समन्वय समितियां सभी स्तरों पर बनाई गई हैं और पंचायती राज संस्थानों के अधिकारी जागरूकता पैदा करने और राहत प्रयासों को जुटाने के लिए शामिल हैं। धार्मिक नेताओं ने कोविड-19 का मुकाबला करने के प्रयासों में प्रशासन को अपना पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया उन्होंने कहा कि किसी भी सामूहिक सभा से बचने के लिए सभी धार्मिक स्थानों को बंद कर दिया गया है।

विश्वविद्यालयों की ई-लर्निंग पर रिपोर्ट मांगी :

उपराज्यपाल जीसी मुर्मू ने जम्मू कश्मीर के विश्वविद्यालयों के वाइस चांसलरों के साथ वीडियो कांफ्र्रेंंसग में कोरोना वायरस से बचाव के लिए उठाए गए कदमों की समीक्षा करते हुए साफ सफाई सुनिश्चित बनाने के आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने अकादमिक सत्र और परीक्षाओं को सुचारु रूप से संचालित करने के लिए विश्वविद्यालयों की ई-लर्निंग रणनीति पर एक विस्तृत रिपोर्ट भी मांगी और वाइस चांसलरों से लर्निंग मॉडयूल तैयार करने और पेन ड्राइव आदि के माध्यम से छात्रों में वितरित करने की संभावना तलाशने के लिए कहा। वीडियो कांफ्र्रेंसग में जम्मू विवि के वीसी प्रो. मनोज धर, कश्मीर विवि के वीसी प्रो. तलत अहमद, शेर-ए-कश्मीर कृषि, विज्ञान और तकनीक विश्वविद्यालय जम्मू के वीसी आरके गुप्ता, श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) के वीसी र्रंवद्र कुमार सिन्हा, कलस्टर विश्वविद्यालय जम्मू की वीसी प्रो. अंजु भसीन आदि मौजूद रहे।

लोगों के सहयोग के बिना सरकार नहीं लड़ सकती :

उपराज्यपाल ने कहा कि जब तक लोग खुद जागरूक नहीं होंगे तब तक अकेले सरकार कोरोना की महामारी से नहीं लड़ सकती। उन्होंने कहा कि धार्मिक और आध्यात्मिक नेताओं की व्यक्तिगत स्वच्छता और सामाजिक दूरियों को बनाए रखने के महत्व के साथ एक ईमानदार व्यवहार परिवर्तन लाने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका है।

रेड जोन में ही छात्रों की स्कैनिंग की जाए

उपराज्यपाल को बताया गया कि कश्मीर में 24 स्थानों और जम्मू में 10 स्थानों को रेड जोन के रूप में पहचाना गया है। विश्वविद्यालयों के कुलपति इन रेड जोन से संबंधित छात्रों के परीक्षण और उचित स्र्कैंनग सुनिश्चित करेंगे। मूर्म ने कहा कि दिल्ली में धार्मिक मंडली में भाग लेने वाले परिवारों से आने वाले छात्रों का परीक्षण दूसरों की सुरक्षा के लिए किया जाएगा। छात्रों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए सभी विश्वविद्यालयों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं।

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