साक्षर भारत मिशन के कर्मियों को करें स्थायी
जागरण संवाददाता, जम्मू : साक्षर भारत मिशन के तहत नियुक्त कर्मियों ने मंगलवार को स्थायी किए
जागरण संवाददाता, जम्मू : साक्षर भारत मिशन के तहत नियुक्त कर्मियों ने मंगलवार को स्थायी किए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शनी मैदान में प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने स्थायी किए जाने तक उनकी सेवा को जारी रखने की मांग भी की।
साक्षर भारत मिशन इंप्लाइज फोरम जेएंडके के बैनर तले हुए इस प्रदर्शन के दौरान प्रधान इशफाक अहमद शाह ने कहा कि केंद्रीय मिशन के तहत महिलाओं को केंद्रित कर यह विशेष शिक्षा अभियान शुरू किया गया था। साक्षरता दर में सुधार इसका उद्देश्य था। देश भर में सितंबर 2009 में यह योजना लागू हुई लेकिन जम्मू-कश्मीर में इसे 2011 में लागू किया गया। तब से लेकर केंद्र व राज्य सरकार की ओर से समय-समय पर उनकी सेवाओं को आगे बढ़ाया गया। छह साल का कार्यकाल पूरा होने के बाद राज्य सरकार ने उनकी सेवाएं स्थायी करने का प्रस्ताव बनाया और कश्मीर व जम्मू संभाग के शिक्षा निदेशकों से रिपोर्ट भी मांगी गई। शाह ने कहा कि यह रिपोर्ट योजना विभाग के पास लंबित पड़ी है लेकिन अभी तक न तो उन्हें स्थायी करने का आदेश जारी हुआ और न ही 31 मार्च 2018 के बाद से उनकी सेवाओं को आगे बढ़ाया गया। ऐसे में सरकार ने उनके भविष्य को अंधेरे में धकेल दिया है।
फोरम के प्रधान ने कहा कि अगर स्कूल शिक्षा विभाग ने उनकी सेवाओं को स्थायी नहीं किया या आगे नहीं बढ़ाया तो उन्हें विवश होकर आंदोलन का रास्ता अपनाना पड़ेगा। भूख हड़ताल से की जाएगी। उन्होंने राज्यपाल सत्यपाल मलिक से इस मामले में हस्तक्षेप करने व मिशन के तहत नियुक्त सैकड़ों कर्मियों के साथ इंसाफ करने की गुहार लगाई।