कोरोना से पीड़ितों के लिए खुलेगा गांधीनगर का जच्चा-बच्चा अस्पताल

पूरे जम्मू-कश्मीर में क्वारंटाइन केंद्रों के अलावा आइसोलेशन वार्ड भी बढ़ाने को मंजूरी दी।

By Rahul SharmaEdited By: Publish:Tue, 24 Mar 2020 02:09 PM (IST) Updated:Tue, 24 Mar 2020 02:09 PM (IST)
कोरोना से पीड़ितों के लिए खुलेगा गांधीनगर का जच्चा-बच्चा अस्पताल
कोरोना से पीड़ितों के लिए खुलेगा गांधीनगर का जच्चा-बच्चा अस्पताल

जम्मू, राज्य ब्यूरो । सरकार ने कोरोना वायरस महामारी से बचाव के लिए कई अहम फैसले किए हैं। एक ओर जहां कोरोना वायरस के मरीजों के लिए अलग से अस्पताल बनाने का फैसला किया, वहीं पूरे जम्मू-कश्मीर में क्वारंटाइन केंद्रों के अलावा आइसोलेशन वार्ड भी बढ़ाने को मंजूरी दी। यही नहीं सरकार ने अस्पतालों मेंकोरोना से पीड़ितयों के लिए खुलेगा गांधीनगर का जच्चा-बच्चा अस्पताल रूटीन की सभी गतिविधियों को बंद कर दिया है और इन जगहों को आइसोलेशन और क्वारंटाइन में बदला जा रहा है।

यह फैसला स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा विभाग के वित्त आयुक्त अटल ढुल्लू की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक में लिया गया। बैठक में कोरेाना वायरस से निपटने के लिए ढांचागत सुविधाओं को बढ़ाने के लिए कई फैसले किए गए। इसमें यह तय किया गया कि किसी भी प्रकार की स्थिति से निपटने के लिए अस्पतालों में क्वारंटाइन सुविधा और आइसोलेशन वार्ड बढ़ाए जाएंगे। बैठक में यह भी तय किया गया कि गांधीनगर में बने 200 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्पताल को पूरी तरह से कोरोना वायरस के मरीजों के लिए समर्पित किया जाएगा। इस अस्पताल को कोविड-19 अस्पताल कहा जाएगा। इसी तरह जीबी पंत अस्पताल सतवारी को पूरी तरह से आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया जाएगा। इसी तरह मनोरोग अस्पताल जम्मू को भी आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया जाएगा। इस अस्पताल के मरीजों को सीडी अस्पताल में शिफ्ट कर दिया जाएगा।

कश्मीर में विभिन्न अस्पतालों को पूरी तरह से आइसोलेशन वार्ड में बदला जाएगा

इसी तरह कश्मीर में विभिन्न अस्पतालों में आइसोलेशन सुविधाओं के अलावा कई अस्पतालों को पूरी तरह से आइसोलेशन वार्ड में बदल दिया जाएगा। शेर-ए-कश्मीर इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेज, मेडिकल कालेज बेमिना, सीडी अस्पताल श्रीनगर, जेएलएनएम अस्पताल श्रीनगर और पुलिस अस्पताल श्रीनगर को पूरी तरह से आइसोलेशन वार्ड के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसी तरह जिला अस्पताल गांदरबल, पुलवामा, शोपियां, कुपवाड़ा के नए बने ब्लाक को भी आइसोलेशन वार्ड के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। उन्होने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आइसोलेशन वार्ड को पूरी तरह से सुचारू बनाने के लिए अभी से पर्याप्त कर्मचारियों और उपकरणों की व्यवस्था की जाए। उन्होंने विशेषज्ञ डाक्टरों के ड्यूटी रोस्टर बनाने के भी निर्देश दिए ताकि आइसोलेशन सुविधाओं को बेहतर तरीके से चलाया जा सके। उन्होंने वेंटीलेटरों को चलाने के लिए मेडिकल आफिसर्स को तत्काल ट्रेनिंग देने को कहा। यही नहीं कोरोना वायरस के मरीजों के इलाज के लिए भी उन्हें प्रशिक्षण देने को कहा।

सरकार ने एनएचएम, आईएसएम, मिड लेवल प्राेवाइडर्स की सेवाएं लेने को कहा

उन्होंने पैरामेडिकल स्टाफ को भी पूरी तरह से तैयार रखने को कहा ताकि जरूरत पड़ने पर कोई भी परेशानी न हो। यह भी आदेश दिया गया कि गैर जरूरी सभी सर्जरी को रद किया जाए, ओपीडी बंद हो और अगर जरूरत पड़े तो दूरदराज के क्षेत्रों में नियुक्त डाक्टरों की भी सेवाएं ली जाएं। इसके अलावा सरकार ने एनएचएम, आईएसएम, मिड लेवल प्राेवाइडर्स की सेवाएं लेने को भी कहा।  सरकार ने एनएचएम अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे मेडिकल आफिसर्स की नियुक्ति तेजी से करें। बैठक में जम्मू के डिवीजनल कमिश्नर संजीव वर्मा, मिशन निदेशक भूपेंद्र कुमार, स्वास्थ्य निदेशक डा. रेनू शर्मा भी मौजूद थीं।

chat bot
आपका साथी