जम्मू-कश्मीर लबाना समाज सुधार सभा ने निकाली रैली

पंजाबी भाषा को जम्मू-कश्मीर में आधिकारिक रूप से दर्जा न मिलने पर ऑल जम्मू-कश्मीर लबाना समाज सुधार सभा आरएसपुरा के सदस्यों द्वारा कस्बे में एक विशाल रोष रैली निकाली।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 06 Sep 2020 07:08 AM (IST) Updated:Sun, 06 Sep 2020 07:08 AM (IST)
जम्मू-कश्मीर लबाना समाज सुधार सभा ने निकाली रैली
जम्मू-कश्मीर लबाना समाज सुधार सभा ने निकाली रैली

संवाद सहयोगी, आरएसपुरा : पंजाबी भाषा को जम्मू-कश्मीर में आधिकारिक रूप से दर्जा न मिलने पर ऑल जम्मू-कश्मीर लबाना समाज सुधार सभा आरएसपुरा के सदस्यों द्वारा कस्बे में एक विशाल रोष रैली निकाली। प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से पंजाबी भाषा को भी आधिकारिक भाषा का दर्जा दिए जाने की मांग की। रोष रैली आरएसपुरा के सेंटर गुरुद्वारा से शुरू हुई और कस्बे के विभिन्न हिस्सों से होते हुए गुजरी। इस मौके पर सभा के प्रधान सरदार जगजीत सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा सोची समझी साजिश के तहत पंजाबी भाषा को नजरअंदाज किया गया है और सरकार ने सिख समुदाय के साथ भेदभाव करने वाली नीति अपनाई है जिसे सहन नहीं किया जाएगा। प्रधान ने कहा कि पंजाबी भाषा बोलने वाले लोगों की संख्या जम्मू कश्मीर में लाखों की तादाद में है तथा पूरे विश्व में पंजाबी भाषा बोलने वालों की संख्या 5 में नंबर पर है लेकिन बावजूद इसके सरकार द्वारा इसे नजरअंदाज किया गया है। उन्होंने अन्य पांच भाषाओं को अधिकारिक रूप से दर्जा देने का स्वागत करते हैं, लेकिन अगर सरकार ने पास होने वाले बिल में पंजाबी भाषा को नजरअंदाज किया तो वह आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे जिसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी। इस मौके पर सरदार गुरजीत सिंह सरदार परमजीत सिंह सरदार बचन सिंह सूरत सिंह तूफानी सरदार दलविदर सिंह कैप्टन हजारा सिंह तथा सरदार रणजीत सिंह सहित काफी संख्या में सभा के सदस्य रैली में शामिल हुए।

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