Run of Valor : कटड़ा में दौड़ लगाकर सीआरपीएफ के जवानों ने 1965 के पराक्रम को याद किया

सीआरपीएफ की ओर से कटड़ा में वीरवार को रन ऑफ वेल्लोर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत सीआरपीएफ 06 बटालियन के अधिकारियों व जवानों ने वीरवार को दौड़ में भाग लिया। दौड़ बटालियन के मुख्यालय कटड़ा में योग आश्रम के परिसर से आरंभ हुई।

By Lokesh Chandra MishraEdited By: Publish:Thu, 08 Apr 2021 03:45 PM (IST) Updated:Thu, 08 Apr 2021 03:45 PM (IST)
Run of Valor : कटड़ा में दौड़ लगाकर सीआरपीएफ के जवानों ने 1965 के पराक्रम को याद किया
सीआरपीएफ 06 बटालियन के अधिकारियों व जवानों ने कटड़ा में रन ऑफ वेल्लोर के तहत दौड़ लगाई

कटड़ा, संवाद सहयोगी : सीआरपीएफ की ओर से कटड़ा में वीरवार को रन ऑफ वेल्लोर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत सीआरपीएफ 06 बटालियन के अधिकारियों व जवानों ने वीरवार को दौड़ में भाग लिया। दौड़ बटालियन के मुख्यालय कटड़ा में योग आश्रम के परिसर से आरंभ हुई। इस दौड़ में सीआरपीएफ के करीब 100 अधिकारी व जवानों ने कटड़ा के शालीमार मार्ग, चिंतामणि मार्ग, अप्पर बाजार, मुख्य बाजार, मुख्य बस अड्डा, स्टेडियम मार्ग, एशिया चौक, जम्मू मार्ग, अंबिका चौक, वरुण चौक, रेलवे मार्ग आदि से होकर अपने मुख्यालय योग आश्रम के परिसर तक पहुंचे।

इस मौके पर बटालियन के कमांडेंट जितेंद्र कुमार गुप्ता ने बताया कि देश के सबसे बड़े सुरक्षा बल सीआरपीएफ की छोटी-सी टुकड़ी, जिसमें शामिल करीब 150 जवानों ने 9 अप्रैल,1965 को पाकिस्तान की सेना की 51 बिग्रेड के करीब 3500 सैनिकों को हटने पर मजबूर कर दिया था। हमले का पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया गया था। यह ऐतिहासिक जीत सीआरपीएफ के अदम्य शौर्य, बहादुरी रन कौशल को दर्शाता है। शौर्य दिवस को लेकर रन ऑफ वेल्लोर का आयोजन किया गया जवान मानसिक तथा शारीरिक रूप से पूरी तरह से दुरुस्त रह सकें।

कमांडेंट ने कहा कि आम लोगों के साथ ही देशभर से आने वाले श्रद्धालुओं को भी जागरूक करना कटड़ा में सीआरपीएफ के जवानों की बड़ी जिम्मेदारी है। दौड़ के साथ ही अन्य खेल गतिविधियों में भाग लेने के लिए भी युवाओं को जागरूक किया गया। ताकी शारीरिक और मानसिक रूप से वे पूरी तरह से निरोग रहें। इस मौके पर बटालियन के उप कमांडेंट रवि शंकर शर्मा, अनिल खत्री, शीलकराम, डॉक्टर भानु प्रताप सिंह, टी लिंगामणि, नरेश, गुरदीप, दिनेश मिश्रा के साथ ही बटालियन के अन्य अधिकारी तथा जवान दौड़ में शामिल थे।

chat bot
आपका साथी