आर्थिक विकास और राष्ट्र निर्माण के लिए वित्तीय समावेशी साक्षरता के प्रति जागरूकता जरूरी : राव इंद्रजीत

कांफ्रेंस का आयोजन इंवेस्टर एजुकेशन एंड प्रोटेक्शन फंड अथारिटी (आइइपीएफए) की तरफ से कारपोरेट मामलों के मंत्रालय के तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम में श्रीनगर से सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला आइइपीएफए की सीईओ अनीता शाह अकेला व अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

By satnam singhEdited By: Publish:Fri, 28 Oct 2022 08:01 PM (IST) Updated:Fri, 28 Oct 2022 08:01 PM (IST)
आर्थिक विकास और राष्ट्र निर्माण के लिए वित्तीय समावेशी साक्षरता के प्रति जागरूकता जरूरी : राव इंद्रजीत
केंद्रीय राज्य मंत्री ने अपने भाषण में निवेशक शिक्षा व जागरूकता की अहमियत पर प्रकाश डाला।

जम्मू, राज्य ब्यूरो : केंद्रीय कारपोरेट मामलों, योजना, सांख्यिकी राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह ने कहा कि आर्थिक विकास और राष्ट्र निर्माण के लिए वित्तीय समावेशी साक्षरता और निवेशक शिक्षा के प्रति जागरूकता जरूरी है। केंद्रीय मंत्री ने शुक्रवार को शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर श्रीनगर में निवेशक शिक्षा जागरूकता व संरक्षण कान्फ्रेंस का उद्घाटन करते हुए उक्त विचार रखे। इस कांफ्रेंस का आयोजन इंवेस्टर एजुकेशन एंड प्रोटेक्शन फंड अथारिटी (आइइपीएफए) की तरफ से कारपोरेट मामलों के मंत्रालय के तत्वाधान में किया गया। कार्यक्रम में श्रीनगर से सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, आइइपीएफए की सीईओ अनीता शाह अकेला व अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

केंद्रीय राज्य मंत्री ने अपने भाषण में निवेशक शिक्षा व जागरूकता की अहमियत पर प्रकाश डाला। समावेशी वित्तीय साक्षरता और निवेशक शिक्षा जागरूकता पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि आर्थिक विकास व राष्ट्र निर्माण के लिए जागरूकता जरूरी है। फारूक अब्दुल्ला ने श्रीनगर में निवेशक शिक्षा व निवेशकों के हितों को लेकर कांफ्रेंस आयोजित करने पर मंत्री का धन्यवाद किया।

उन्होंने उम्मीद जताई कि कांफ्रेंस लोगों को आनलाइन फाड से बचने के लिए जागरूक करने में सहायक साबित होगी वित्तीय साक्षरता पर तकनीकी सत्र आयोजित किया गया नुक्कड़ नाटक, क्विज और अन्य गतिविधियां भी आयोजित की गई, जिसमें विद्यार्थियों को शामिल किया गया कान्फ्रेंस में 650 डेलिगेट ने भाग लिया जिसमें विद्यार्थी, शिक्षाविद्, बुनकर, सीआरपीएफ जवान, पंचायत प्रतिनिधि और आम लोग शामिल थे।

आइइपीएफ अथारिटी कंपनीज एक्ट 2013 की धारा 125 उपधारा 5 के तहत स्थापित की गई थी जिसका उद्देश्य निवेशक शिक्षा जागरूकता और संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। अब तक आइइपीएफए ने 65000 निवेशक जागरूकता कार्यक्रम कर लिए हैं और तीस लाख नागरिकों को कवर किया है। इसके अलावा 1.6 करोड़ शेयर और 28 हजार क्लेम रिफंड की भी मंजूरी दी गई है। आइइपीएफ अथॉरिटी के तहत कई कार्यक्रम चलाए जाते है जिसमें निवेशक दीदी का कार्यक्रम शामिल है।

इंडियन पोस्ट पेमेंट बैंक यहां पर निवेशक शिक्षा को महिलाओं में जागरूक किया गया है निवेशक दीदी के जरिए फीमेल डाकिया ग्रामीण क्षेत्रों में सामाजिक संपर्क करता है। निवेशक दीदी के तहत तीन प्रतिनिधियों को प्रमाण पत्र दिए गए। निवेशक साथी भी एक निवेशक जागरूकता कार्यक्रम है, जिसमें वैन को केंद्रीय राज्य मंत्री और सांसद में झंडी दिखाकर रवाना किया जो दूरदराज के इलाकों में वित्तीय साक्षरता फैलाएगी। इसमें ऑडियो विजुअल और प्रिंट मीडिया मेटेरियल होंगे, जिसमें टीवी डिस्प्ले निवेश हैंडबुक बचत खाता, बजट और निवेशकों के प्रति जागरूकता का माध्यम है।

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