जहां संक्रमण का खतरा वहीं नियमों से बेपरवाह लोग

नो मास्क नो सर्विस यह सीख स्वास्थ्य विभाग के आग्रह पर विभिन्न संस्थाओं ने तो अपने यहां लागू कर ली लेकिन जिस क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का बड़ा कुनबा बैठा है उसी अस्पताल में लोग ज्यादा बेपरवाह दिख रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 05:17 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 05:17 PM (IST)
जहां संक्रमण का खतरा वहीं नियमों से बेपरवाह लोग
जहां संक्रमण का खतरा वहीं नियमों से बेपरवाह लोग

संवाद सहयोगी, ऊना : नो मास्क नो सर्विस, यह सीख स्वास्थ्य विभाग के आग्रह पर विभिन्न संस्थाओं ने तो अपने यहां लागू कर ली, लेकिन जिस क्षेत्रीय अस्पताल ऊना में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का बड़ा कुनबा बैठा है उसी अस्पताल में लोग ज्यादा बेपरवाह दिख रहे हैं। इन्हें रोकने के लिए कोई खास प्रबंध नहीं है।

हालांकि अस्पताल के अंदर होमगार्ड तैनात हैं फिर भी अस्पताल में कई लोग बिना मास्क और शारीरिक दूरी के नियम को तोड़ रहे हैं। यह सभी जानते हैं कि कोरोना महामारी जिला में लगातार बढ़ रही है। सबसे ज्यादा खतरा भीड़ में है तथा कोविड नियमों का पालन न करने वालों से है। ऐसे में जिस अस्पताल में जिला भर से मरीजों का आगमन होता है। सर्दी, खांसी, बुखार के मरीज यहां आ रहे हैं। इसके अलावा अन्य रोगों से पीड़ित मरीज भी क्षेत्रीय अस्पताल में मौजूद हैं। अस्पताल परिसर, पार्क ओर इसके अंदर ऐसा कोई स्थान नहीं जहां दस में से चार लोग बिना मास्क न दिख रहे हों।

बड़ी बात यह है कि जिला प्रशासन बिना मास्क के एक हजार रुपये के चालान के दावे कर रहा है और अस्पताल प्रशासन मास्क पहनने का बार-बार आग्रह कर रहा है। फिर उन्हीं के साये में इन नियमों की बड़ी उल्लंघना यकीनन ही अस्पताल में लगातार संक्रमण फैलाव का कारण बन रही है। इसे रोकने के लिए जल्द व्यापाक प्रबंधों की जरूरत है।

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नाक के नीचे होता है मास्क

क्षेत्रीय अस्पताल में कोई बिना मास्क है तो कई तीमारदार मास्क को मुहं एवं नाक के नीचे सरकाकर पहने हुए होते हैं। जोकि न तो उन्हें संक्रमण से बचा सकता है और न दूसरों को संक्रमित होने से। विडंबना यह है कि अस्पताल के वार्डो में भी कुछ ऐसे ही हालात के बीच तीमारदार बैठे होते हैं। यहां तक कि मरीजों ने भी मास्क पहना नहीं होता है।

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अस्पताल में खास नहीं प्रबंध

क्षेत्रीय अस्पताल में नियमों को लागू कराने के लिए प्रबंध पुख्ता नजर नहीं आ रहे हैं। किसी से छिपा नहीं है कि कोरोना योद्धा चिकित्सक एवं स्टाफ नर्सो सहित अन्य मेडिकल स्टाफ बड़ी संख्या में कोरोना का दंश झेल चुका है और झेल रहा है। फिर भी यहां आने वाले मरीजों व तीमारदारों पर कोविड नियमों को लेकर सख्ती कहीं नजर नहीं आ रही है।

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