जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक में लिए जा रहे मनमाने फैसले

सोलन जिले के प्रतिष्ठित जोगिद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के तीन निदेशकों ने दून व नालागढ़ क्षेत्र की अनदेखी का आरोप लगाते हुए बैंक चेयरमैन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 06 Mar 2019 05:53 PM (IST) Updated:Wed, 06 Mar 2019 05:53 PM (IST)
जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक में लिए जा रहे मनमाने फैसले
जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक में लिए जा रहे मनमाने फैसले

संवाद सहयोगी, बद्दी : सोलन जिले के जोगिंद्रा केंद्रीय सहकारी बैंक के तीन निदेशकों ने दून व नालागढ़ क्षेत्र की अनदेखी का आरोप लगाया है। इन्होंने बैंक चेयरमैन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। बद्दी में भाजपा समर्थित निदेशकों ने जहां बैंक चेयरमैन को विभिन्न मुद्दों पर घेरा, वहीं प्रदेश सरकार की तारीफ भी की।

जेसीसी बैंक के निदेशकों राजकुमार नेगी, संजीव कौशल व पंडित केवल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि जब से बैंक के चेयरमैन के रूप में विजय ठाकुर ने कार्यभार संभाला है लोकतंत्र व संविधान नाम की चीज गौण हो चुकी है व संवैधानिक संस्था का हनन हो रहा है। मनमाने फैसलों से जहां बैंक के अस्तित्व पर ही संकट खड़ा हो गया है, वहीं चुने हुए निदेशकों को भी विश्वास में नहीं लिया जा रहा है। जब भी दून व नालागढ़ से संबंधित कोई बात आती है तो उसको सिरे से नकार दिया जाता है। यहां तक भाजपा के कुछ बडे़ नेताओं ने चेयरमैन का चुनाव करते समय भी एकतरफा आवाज सुनी और यहां तक की बीबीएन को वाइस चेयरमैन का पद भी न देकर एक ऐसे व्यक्ति को बना दिया गया जो कि मनोनीत है और एक निर्वाचित निदेशक से हारा हुआ है। कहा कि दैनिक वेतन पर जो कर्मचारी लगे थे उनको 18 साल बाद भी क्यों नहीं पक्का किया जा रहा है, जोकि अधिकारों का हनन है, जबकि सरकार ने सात साल वालों को सत्ता में आते ही पक्का कर दिया था। जब इन कर्मचारियों को पक्का नहीं किया गया व वित्तीय संकट का रोना रोया गया, जबकि अब चेयरमैन के लिए लॉ अफसर व स्टेनो का पद सृजित किया जा रहा है। राजकुमार नेगी ने कहा कि बैंक की वित्तीय स्थिति भी ठीक नहीं है और एनपीए बहुत ज्यादा बढ़ गया है, जिसको लेकर हम रजिस्ट्रार को शिकायत कर रहे हैं। नेगी ने कहा कि हिमाचल प्रदेश राज्य सरकारी बैंक के लिए एक प्रतिनिधि जाना था और मेरा नाम भेजा गया, लेकिन उसको कटवाकर चेयरमैन ने अपना ही नाम डलवा लिया। आज तक निचले क्षेत्र से कोई निदेशक कमेटियों में नहीं लिया गया। इसके अलावा ऑडिट कमेटी में दून व नालागढ़ से कोई नाम शामिल नहीं किया गया, क्योंकि इससे पोल खुलने का डर था। केवल कृष्ण ने कहा कि बैंक की बदौलत कृषि सहकारी सभाएं फेल हो रही हैं और 90 फीसद सोसायटी डिफाल्टर हो गई हैं।

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एक्सटेंशन काउंटर शिफ्ट करने का विरोध

नालागढ़ के निदेशक केवल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि नालागढ़ ट्रक यूनियन में जो बैंक का एक्सटेंशन काउंटर चला हुआ है उसको साजिशन बंद किया जा रहा है, जबकि यहां पर यूनियन का करोड़ों का लेनदेन होता है और इस काउंटर को स्थायी ब्रांच बनाया जाना चाहिए। इसके अलावा जीएम, डिप्टी जीएम, सहायक जीएम के पद लंबे समय से खाली हैं।

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बद्दी शाखा कमाऊ, लेकिन सुविधाएं नहीं

निर्वाचित निदेशक बद्दी संजीव कौशल ने कहा कि बद्दी में चल रही ब्रांच तंग गली में है, जहां एक भी गाड़ी की पार्किंग नहीं है और हमने बोर्ड में कई बार बोला कि इसको खुले स्थान पर बद्दी बाइपास पर शिफ्ट कर दो, लेकिन उस पर भी बैंक चेयरमैन संजीदा नहीं हैं। अब शीघ्र ही सभी मुद्दों को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र भेजा जाएगा और प्रबंधन के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा।

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