यह कैसा सेब, जिस पर 16 तरह के स्प्रे

जागरण संवाददाता, सोलन : डॉ. वाईएस परमार बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय नौणी के 9वें दीक्षात सम

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 May 2018 07:45 PM (IST) Updated:Tue, 22 May 2018 03:04 AM (IST)
यह कैसा सेब, जिस  पर 16 तरह के स्प्रे
यह कैसा सेब, जिस पर 16 तरह के स्प्रे

जागरण संवाददाता, सोलन : डॉ. वाईएस परमार वानिकी एवं औद्यानिकी विश्वविद्यालय नौणी के 9वें दीक्षात समारोह में सोमवार को राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने कहा कि एक सेब को तैयार करने के लिए 16 तरह के स्प्रे किए जा रहे हैं। किसानों ने डीएपी, यूरिया और पेस्टीसाइड के इस्तेमाल से भूमि को बंजर बना दिया है। इससे बीमारियों ही बढ़ेंगी। विश्वविद्यालय से उपाधि हासिल करने वाले विद्यार्थियों से उन्होंने अनुसंधान कार्य पर ध्यान दें देने का आह्वान किया। उन्होंने प्रदेश में जैविक और शून्य लागत प्राकृतिक खेती के लक्ष्य को पूरा करने की चुनौती को स्वीकार किया है। शून्य लागत प्राकृतिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए 25 करोड़ रुपये का प्रावधान करने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया। विद्यार्थियों से उन्होंने जीवन को दिशा प्रदान करने वाले अध्यापकों के योगदान के लिए आभार प्रकट करने का आग्रह किया। उन्होंने बागवानों के लाभ के लिए ई-एजुकेशन तथा जानकारी के आदान-प्रदान पर बल दिया। उन्होंने कहा कि एक छात्र को बादलों की तरह होना चाहिए जो जहां से भी गुजरते हैं उस क्षेत्र में बारिश करते हुए क्षेत्र को संपन्न कर जाते हैं। इसके बाद राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने करीबन 467 छात्रों को डिग्रियां वितरित की। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने राष्ट्र के लिए उत्कृष्ट वैज्ञानिक तथा पेशेवर देने के लिए विश्वविद्यालय की उपलब्धियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय से पास हुए विद्यार्थियों ने न केवल भारत के विभिन्न प्रतिष्ठित संस्थानों, बल्कि विश्वभर में ख्याति अर्जित की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बागवानी राज्य के किसानों की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय बागवानों तथा किसानों को आधुनिक तकनीकों की जानकारी प्रदान कर उन्हें लाभान्वित कर रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को देश के 'सेब राज्य' के रूप में जाना जाता है। उन्होंने वैज्ञानिकों तथा किसानों के मध्य बेहतर तालमेल की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने भारत सरकार द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सर्वेश्रेष्ठ 100 विश्वविद्यालयों में जगह पाने के लिए विश्वविद्यालय को बधाई दी। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. एचसी शर्मा ने राष्ट्रपति तथा अन्य का स्वागत किया। इस अवसर पर भारतीय अनुसंधान एवं विस्तार परिषद (शिक्षा) के उप-महानिदेशक डॉ. एनएस राठौर, कुल सचिव राजेश कुमार, विधानसभा अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, डीसी सोलन विनोद कुमार, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ. राजीव सैजल, सासद प्रो. वीरेन्द्र कश्यप व विधायक कर्नल धनीराम शाडिल भी उपस्थित रहे।

chat bot
आपका साथी