रंगप्रिया थियेटर ने दिखाया दमदार हेसण अभिनय

जागरण संवाददाता, सोलन : सोलन के नगर परिषद हाल में रंगप्रिया थियेटर सोसायटी ने डॉ. देवकन्या ठाकुर

By Edited By: Publish:Sun, 15 Jan 2017 06:18 PM (IST) Updated:Sun, 15 Jan 2017 06:18 PM (IST)
रंगप्रिया थियेटर ने दिखाया दमदार हेसण अभिनय
रंगप्रिया थियेटर ने दिखाया दमदार हेसण अभिनय

जागरण संवाददाता, सोलन :

सोलन के नगर परिषद हाल में रंगप्रिया थियेटर सोसायटी ने डॉ. देवकन्या ठाकुर की कहानी पर आधारित नाटक हेसण का मंचन किया। इसमें कलाकारों ने दमदार अभिनय की छाप छोड़ी। कलाकारों ने बेहतर अभिनय के साथ मंच सच्जा व लाइट व लाइव म्यूजिक ने नाटक को चार चाद लगाए। इस मौके पर मुख्यातिथि विजय फोरम के चेयरमैन तरसेम भारती, जबकि अध्यक्षता मैरिडियन मैरीकेयर के एमडी विनोद गुप्ता ने की। जिला भाषा अधिकारी भीम सिंह चौहान, संतराम शर्मा, अजय कंवर अतिथि के रूप से उपस्थित रहे।

क्या है हेसण

हेसण का अर्थ है शिवदासी। नाटक में दिखाया गया कि देवपरंपराओं और रीति-रिवाजों के नाम पर किस प्रकार सामाजिक अत्याचार और शोषण होता है। इसका शिकार हमेशा कमजोर वर्ग और महिलाएं हो रही हैं। हेसण कहानी है भक्ति की। उसके बाल मन के सपनों की। समय के साथ-साथ सपनों के टूटने की। सामाजिक कुप्रथाओं की आढ़ में समझने की चेष्टा करें, तो यह एक प्रथा न होकर एक प्रतीक है शारीरिक एवं मानसिक प्रताडना की। कहानी की पात्र भक्ति को मजबूरियों के चलते अपने हालातों से समझौता करना पड़ता है, लेकिन जब बात उसकी बेटी को हेसण हनाने की आती है तो वह पूरे समाज के सामने खड़ी हो जाती है। हम भले ही 21वीं सदी में प्रवेश कर गए हैं, लेकिन समाज पर पुरुष मानसिकता हावी है, जो किसी भी कीमत पर स्त्री को स्वतंत्र नहीं होने देना चाहती है। इसी कारण भक्ति चाहते हुए भी समाज का सामना नहीं कर पाती। कहते हैं कि जिसका कोई नहीं होता उसका भगवान होता है और भक्ति का वही विश्वास अंत में उसका साथ देता है।

ये रहे मुख्य कलाकार

बूढ़ी भक्ति की भूमिका प्रेरणा शर्मा ने अपनी अभिनय प्रतिभा की छाप दर्शकों पर छोड़ी। इसके अलावा भक्ति की भूमिका दीपिका शर्मा, छोटी भक्ति की भूमिका शिल्पा शर्मा, भक्ति की मा की भूमिका सोनिया ठाकुर, कारदार की भूमिका विनेश, कारदारनी की भूमिका हेमा ठाकुर, पुजारी की भूमिका अक्षदीप शर्मा, देउलू-1 की भूमिका वेदप्रकाश, देउलू-2 की भूमिका कार्तिक, कारदार की बेटी की भूमिका शैलजा, स्कूल टीचर शिवानी चौहान, छोटी चंद्रा अक्षरा वर्मा, बड़ी चंद्रा चेतना शर्मा और प्रधान की भूमिका राहुल शर्मा ने निभाई। नाटक में संगीत जिया लाल ठाकुर ने दिया।

chat bot
आपका साथी