यह है बेटियों का सिरमौर

प्रदेश सरकार का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम जिला सिरमौर में सफल हो रहा है। जिसके चलते लड़कों के मुकाबले लड़कियों के अनुपात में गत वर्षों की तरह वर्ष 201

By JagranEdited By: Publish:Mon, 22 Jul 2019 05:01 PM (IST) Updated:Tue, 23 Jul 2019 06:39 AM (IST)
यह है बेटियों का सिरमौर
यह है बेटियों का सिरमौर

राजन पुंडीर, नाहन

प्रदेश सरकार का बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम जिला में सफल हो रहा है..यह बेटियों का सिरमौर है। यहां लड़कों के मुकाबले लड़कियों के अनुपात में गत वर्षो की तरह 2018 में भी जिला सिरमौर लड़कियों की संख्या में इजाफा हुआ है। जिला सिरमौर में वर्ष 2018 में 0 से 1 वर्ष की आयु वर्ग में एक हजार बालकों के मुकाबले 1004 कन्याएं पैदा हुई, जोकि जिला की बहुत बड़ी उपलब्धि है। वर्ष 2018-19 के दौरान जिला में 4065 बालकों के मुकाबले 4082 कन्याओं ने जन्म लिया।

कहां किसका जन्म

खंड,लड़के,लड़कियां

पांवटा,1509,1588

संगड़ाह,602, 634

राजगढ़,372,315

शिलाई,563,530

पच्छाद,376,359

नाहन,652,656 कन्या जन्म दर लिगानुपात बढ़ा

जिला सिरमौर में 0 से 6 आयु वर्ग की कन्या जन्म दर लिगानुपात वर्तमान में बढ़कर 963 हो गई है, जबकि वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार सिरमौर जिला की कन्या जन्म दर लिगानुपात 931, हिमाचल की 906 और भारत की 918 था। जागरूकता अभियान ने भी दिखाया रंग

जिला में बेटी के जन्म पर जिला प्रशासन की ओर से अभिभावकों को घर जाकर बधाई संदेश देने के अतिरिक्त उपहार भी दिए जा रहे है। इसके अतिरिक्त निर्धन परिवार की बेटियों को दस-दस हजार की राशि बैंक फिक्स डिपोजिट के रूप में प्रदान की जा रही है। बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य करने वाली जिला प्रशासन द्वारा जिला की 20 पंचायतों को पुरस्कृत किया जाएगा।

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जिला में कन्याओं की बढ़ती वृद्वि के साथ सरकार का बेटी बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ कार्यक्रम सफल हो रहा है।

- मदन चौहान, जिला परियोजना अधिकारी आइसीडीएस जिला सिरमौर।

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