स्वस्थ बच्चे के लिए सही पोषण की जानकारी जरूरी : उपायुक्त

उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा है कि स्वस्थ बच्चे के लिए गर्भवती महिलाओं को सही पोषण की जानकारी देना बहुत जरूरी है।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 03 Aug 2022 09:30 PM (IST) Updated:Wed, 03 Aug 2022 09:30 PM (IST)
स्वस्थ बच्चे के लिए सही पोषण की जानकारी जरूरी : उपायुक्त
स्वस्थ बच्चे के लिए सही पोषण की जानकारी जरूरी : उपायुक्त

जागरण संवाददाता, नाहन : उपायुक्त सिरमौर राम कुमार गौतम ने कहा है कि स्वस्थ बच्चे के लिए गर्भवती महिला को सही पोषण की जानकारी उपलब्ध करवाना बेहद जरूरी है। ताकि जन्म के समय कम वजन वाले बच्चे पैदा (लो बर्थ वेट) होने के मामलों को कम किया जा सके। उपायुक्त राम कुमार गौतम नाहन में आयोजित मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना के तहत गठित जिलास्तरीय सुपोषण टास्क फोर्स की बैठक की अध्यक्षता करते हुए अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बच्चों में कुपोषण एक बहुत गंभीर मामला है जो उनके शारीरिक, मस्तिष्क के विकास और अन्य विकास को प्रभावित करता है। जन्म के समय अगर नवजात शिशु का वजन 2.5 किलोग्राम से कम है तो ऐसी स्थिति को लो बर्थ वेट या जन्म के समय कम वजन के तौर पर देखा जाता है। उन्होंने कहा कि इसी दिशा में मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना को लागू किया गया है।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा गर्भवती महिलाओं को वीडियो के माध्यम से सही पोषण लेने के लिए जागरूक किया जाएगा। बैठक में बताया गया कि बच्चों में डायरिया और निमोनिया का समय रहते पता लगाना बेहद जरूरी है जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा ओआरएस के पैकेट व जिक की गोलियां सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से घर-घर उपलब्ध करवा दी गई हैं। उपायुक्त ने मुख्यमंत्री बाल सुपोषण योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों में सर्वे करवाकर शाकाहारी व मांसाहारी बच्चों की सूची तैयार के निर्देश दिए। इसके लिए स्वयं सहायता समूह के माध्यम से शक्कर, दूध, चुलाई आदि की व्यवस्था करवाने के प्रयास किए जाएंगे। इसके अतिरिक्त, सीएसआइआर पालमपुर से भी संपर्क कर उनके पोषण संबंधी उत्पादों को जिला के आंगनबाड़ी केंद्रों में उपलब्ध करवाने के लिए एमओयू साइन करने की दिशा में कार्य किया जाएगा।

बैठक में बताया गया कि बच्चों में खून की कमी को दूर करने के लिए स्कूलों में प्रत्येक बुधवार को आयरन की गोलियां और छह महीने में एक बार कृमिनाशक गोली दी जाती है। उन्होंने अनीमिया मुक्त हिमाचल प्रदेश अभियान के तहत शिक्षा विभाग को सभी सरकारी व प्राइवेट स्कूलों में खून की कमी से जूझ रहे बच्चों की सूची तैयार कर स्वास्थ्य विभाग को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त सीडीपीओ द्वारा छह माह से लेकर 10 वर्ष के बच्चों की सूची तैयार कर संबंधित खंड चिकित्सा अधिकारी को दी जाएगी। बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त सिरमौर मनेश कुमार यादव, डीपीओ आइसीडीएस सुनील शर्मा, डा. यशवंत सिंह परमार राजकीय मेडिकल कालेज नाहन के प्रधानाचार्य डा. श्याम कौशिक, जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. विनोद सांगल, उपनिदेशक उच्च शिक्षा कर्मचंद सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

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