अब टास्‍क फोर्स दूर करेगी पानी की कमी, जल पुरुष के सुझाव पर इस तरह होगा काम; जानिए

Task force will be built भारत के जल पुरष के नाम से विख्यात पदमश्री राजेंद् सिंह ने जल संरक्षण के लिए टास्क फोर्स के गठन की आवश्यकता जताई है।

By Edited By: Publish:Mon, 29 Apr 2019 10:19 PM (IST) Updated:Tue, 30 Apr 2019 11:21 AM (IST)
अब टास्‍क फोर्स दूर करेगी पानी की कमी, जल पुरुष के सुझाव पर इस तरह होगा काम; जानिए
अब टास्‍क फोर्स दूर करेगी पानी की कमी, जल पुरुष के सुझाव पर इस तरह होगा काम; जानिए

शिमला, राज्य ब्यूरो। भारत के जल पुरुष के नाम से विख्यात पद्मश्री राजेंद्र सिंह ने जल संरक्षण के लिए टास्क फोर्स के गठन की आवश्यकता जताई है। दो दिवसीय शिमला दौरे के दौरान उन्होंने जलग्रहण क्षेत्रों का दौरा कर प्रदेश सरकार को जल संरक्षण के लिए सुझाव दिए हैं। राज्य सरकार ने जल पुरुष के सभी सुझावों को लागू करने का निर्णय लेते हुए पानी की कमी को दूर करने के लिए टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया है। प्रारंभिक स्तर पर यह कार्य राजधानी शिमला में अश्वनी खड्ड, गुम्मा तथा नॉटी खड्ड के तीन जलग्रहण क्षेत्रों में शुरू किया जाएगा।

इसके बाद गिरी क्षेत्र को इसमें शामिल किया जाएगा। प्रदेश सचिवालय शिमला में सोमवार को जल संरक्षण पर बैठक हुई। इसकी अध्यक्षता अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. श्रीकांत बाल्दी ने की। इस दौरान राजेंद्र ¨सह ने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपार जलस्रोतों से समृद्ध है। भविष्य में संभावित जल संकट के खतरों से बचने के लिए इसका सही उपयोग तथा संरक्षण करने की आवश्यकता है। उन्होंने विभिन्न छोटे पुलों पर चेकडैम बनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि शिमला वाटरशेड कायाकल्प समिति का गठन किया गया है। जल संरक्षण के संबंध में हमें संगठित होकर आगे आना होगा। जल संरक्षण के लिए विस्तृत अध्ययन की आवश्यकता है।

वहीं, श्रीकांत बाल्दी ने कहा कि हिमाचल को समृद्ध बनाने तथा पानी की कमी से निपटने के लिए अतंर विभागीय टास्क फोर्स का गठन किया जाएगा। राजेंद्र ¨सह के दो दिवसीय सर्वेक्षण के बाद राज्य सरकार पानी के संरक्षण और राज्य में पानी की कमी दूर करने के लिए उनके द्वारा सुझाई गई कार्ययोजना का पालन कर प्रभावी कदम उठाएगी। विभिन्न छोटे पुलों पर चेकडैम बनाने के सुझावों को भी प्रदेश में लागू किया जाएगा। जल संरक्षण व टास्क फोर्स के कार्य में कृषि, ¨सचाई एवं जनस्वास्थ्य विभाग, लोक निर्माण विभाग, ग्रामीण विकास तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग को भी शामिल किया जाएगा। बैठक में प्रमुख सचिव (कृषि) ओंकार चंद शर्मा, निदेशक ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज राकेश कंवर, भोपाल के जल विशेषज्ञ सुधिंद्र मोहन शर्मा, राजस्थान के गोपाल ¨सह तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी व प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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