हिमाचल में बारिश से बढ़ी ठंड, गुलाबा में भारी भूस्खलन; सैकड़ों पर्यटक फंसे

Rain and Landslide. हिमाचल प्रदेश में रोहतांग दर्रे के गुलाबा पर्यटन स्थल में भारी भूस्खलन होने से सैकड़ों सैलानी फंस गए हैं।

By Edited By: Publish:Thu, 16 May 2019 10:35 PM (IST) Updated:Fri, 17 May 2019 07:16 PM (IST)
हिमाचल में बारिश से बढ़ी ठंड, गुलाबा में भारी भूस्खलन; सैकड़ों पर्यटक फंसे
हिमाचल में बारिश से बढ़ी ठंड, गुलाबा में भारी भूस्खलन; सैकड़ों पर्यटक फंसे

शिमला/मंडी/मनाली, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश के शिमल व मंडी में कुछ हिस्सों में शुक्रवार को बारिश हुई। इस बीच, रोहतांग दर्रे के गुलाबा पर्यटन स्थल में भारी भूस्खलन होने से सैकड़ों सैलानी फंस गए। यह सैलानी पर्यटन स्थल मढी व ब्यासनाला में बर्फ के दीदार करने के बाद बापस मनाली लौट रहे थे कि बापसी में मनाली से 28 किमी दूर गुलाबा के 14 मोड़ में भूस्खलन होने से मार्ग बंद हो गया। 14 मोड़ में लगातार भूस्खलन हो रहा है, जिससे मार्ग बहाली में भी दिक्कत आ रही है। मार्ग बंद होने से 600 के लगभग पर्यटक वाहन फंस गए हैं, जिसमे तीन हजार से अधिक पर्यटक हैं।

भूस्खलन से सड़क बंद होने व पर्यटकों के फंसे होने की सूचना मिलते ही मनाली प्रशासन हरकत में आया और राहत कार्य शुरू किया। हल्की बर्फबारी होने से गुलाबा में तापमान माईनस पर चल रहा है। सड़क बहाल होती न देख सैलनियों ने भूस्खलन के क्षेत्र को पैदल पार करना शुरू कर दिया है। बीआरओ ने अपनी मशीनरी मौके पर भेज दी है,  लेकिन भूस्खलन रुकने का नाम नही ले रहा है। पथर व मलबा लगातार पहाड़ी से गिर रहा है।एसडीएम मनाली अश्वनी कुमार ने बताया कि बीआरओ की अधिकतर मशीनरी रोहतांग बहाली में जुटी हुई है। प्रशासन ने अपने स्तर पर प्राइवेट मशीनरी को सड़क बहाली के लिए रवाना कर दिया है। शीघ्र ही सड़क बहाली कर सैलानियो को मनाली पहुंचाया जाएगा।

बारिश से बढ़ी ठंड
मई महीने में अगस्त जैसी बारिश से हिमाचल प्रदेश में ठंड बढ़ गई है। आंधी के साथ बारिश होने से दिन में अंधेरा छा गया है। निर्वाचन विभाग व प्रत्याशी परेशान हैं, मौसम की वजह से चुनाव प्रचार बाधित हो गया है। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में लोगों को गर्म कपड़े पहनने के लिए मजबूर होना पड़ा है। गर्मी से निजात पाने के लिए हिल स्टेशन आने वाले कई लोगों का कार्यक्रम मौसम ने रद करवा दिया है। इस बीच, मौसम विभाग ने शिमला, कुल्लू, सोलन व कांगड़ा जिलों में अगले दो-तीन घंटे में गरज और तेज हवाओं के साथ बारिश और ओलावृष्टि की संभावना जताई है।

इस वर्ष पहले ही सर्दी का सीजन लंबा खिंच गया था। इसके बाद दो सप्ताह तक गर्मी ने भी खूब रंग दिखाया। लेकिन अब मौसम ने फिर करवट बदली और बारिश का सिलसिला शुरू हो गया। इससे प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फिर ठंड ने दस्तक दे दी है। वीरवार को प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई। राजधानी शिमला सहित प्रदेश के अधिकांश क्षेत्रों में वीरवार सुबह करीब आठ बजे बारिश का क्रम शुरू हुआ। दोपहर 12 बजे तक अधिकांश क्षेत्रों में रुक-रुक कर बारिश हुई। इससे प्रदेशभर में ठंड महसूस की गई।

प्रदेश के न्यूनतम तापमान में चार से पांच डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि तापमान में आई गिरावट आने वाले दिनों में भी जारी रह सकती है। आज ओलावृष्टि व भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग के अनुसार, राज्य में पश्चिमी हवा के दबाव से मौसम में परिवर्तन आया है। इससे राज्य के अधिकांश क्षेत्रों में बारिश हुई है। विभाग ने शुक्रवार को मौसम की स्थिति बरकरार रहने की संभावना जताई है।

प्रदेश के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में गरज के साथ ओलावृष्टि और भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। विभाग ने 22 मई तक राज्य में भारी बारिश का क्रम जारी रहने की संभावना जताई है। इसके बाद राज्य में मौसम पूरी तरह साफ होने की उम्मीद है। सब्जी उत्पादकों को राहत प्रदेश में हुई बेमौसमी बारिश सब्जी उत्पादकों के लिए वरदान साबित हुई है। लेकिन प्रदेश के किसानों के लिए यह बारिश नुकसानदायक बन गई है। इन दिनों प्रदेश के कुछ क्षेत्रों में गेहूं की कटाई का काम हो रहा है। बारिश के कारण खेतों में गेहू की फसल बर्बाद होने के कगार पर पहुंच गई है। बारिश से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया है।

जानें, कहां कितनी बारिश
कल्पा, 37.8,
कांगड़ा, 37.0
डलहौजी, 33.0
शिमला, 5.4
चंबा,14.0, (बारिश मिलीमीटर में)

कहां कितना रहा तापमान
स्थान, न्यूनतम, अधिकतम
शिमला,10.7, 24.7
सुंदरनगर,18.2,30.4
भुंतर,14.4,29.0
कल्पा, 6.2,19.4
धर्मशाला,12.6 28.6
ऊना,18.2,35.7
नाहन,14.6,32.0
केलंग, 8.9,17.3
पालमपुर,14.0,28.0
सोलन, 14.5, 28.0
मंडी,18.4,31.4
चंबा,16.0,31.1

(तापमान डिग्री सेल्सियस में)

पांगी में बर्फबारी, परिहार में पहाड़ी दरकी

जिला चंबा की पांगी घाटी में बुधवार रात बारिश व बर्फबारी का दौर शुरू हुआ। पांगी के मुख्यालय किलाड़ सहित अन्य निचले व मध्यम ऊंचाई वाले स्थानों पर वीरवार को बारिश हुई। वहीं ऊंचाई वाले क्षेत्रों में फाहे गिरे। ठंड बढ़ने के साथ ही यहां पर मतदान करवाने को लेकर चुनाव आयोग की दिक्कतें बढ़ गई हैं। पांगी के सहायक निर्वाचन अधिकारी बिश्रुत भारती ने कहा कि ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। लेकिन सभी तरह की मुश्किलों से निपटने के लिए निर्वाचन विभाग तैयार है। उधर, डलहौजी के परिहार में बारिश के कारण पहाड़ी दरकी। इस कारण पठानकोट-चंबा राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात ढाई घंटे बाधित रहा।

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