जरूरी हुआ तो नशे के खिलाफ कानून और सख्त होगा

गेयटी थियेटर में सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट ने सुनील उपाध्याय की पु

By JagranEdited By: Publish:Mon, 12 Nov 2018 09:24 PM (IST) Updated:Mon, 12 Nov 2018 09:24 PM (IST)
जरूरी हुआ तो नशे के खिलाफ कानून और सख्त होगा
जरूरी हुआ तो नशे के खिलाफ कानून और सख्त होगा

जागरण संवाददाता, शिमला : गेयटी थियेटर में सुनील उपाध्याय एजुकेशन ट्रस्ट ने सुनील उपाध्याय की पुण्यतिथि पर 'ध्येय युक्त, नशा मुक्त हिमाचल' विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिरकत की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार युवाओं द्वारा प्रतिबंधित दवाओं के दुरुपयोग से चिंतित है। इस बुराई पर अंकुश लगाने का प्रयास किया जा रहा है। हालाकि नशीले पदार्थो की तस्करी और इसके दुरुपयोग के खिलाफ कई कानून बनाए गए हैं, लेकिन इन्हें प्रभावी ढंग से लागू करने की आवश्यकता है। यदि आवश्यकता पड़ी तो कानून को और अधिक सख्त बनाया जाएगा, ताकि युवा पीढ़ी के दुश्मनों को सलाखों के पीछे पहुंचाया जा सके। नशा एक गंभीर सामाजिक समस्या है और इस बुराई को रोकने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को आगे आकर अपना योगदान देने की आवश्यकता है। नशे की समस्या से निपटने के लिए एक संयुक्त रणनीति तैयार करने के उद्देश्य से उनके आग्रह पर पंजाब, हरियाणा तथा उत्तराखंड के मुख्यमंत्रियों के साथ चंडीगढ़ में बैठक हुई थी। अब समय आ गया है कि अन्य बड़े अभियानों की तरह देशभर में नशीले पदार्थो के खिलाफ भी एक वृहद अभियान चलाए जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नशे के खिलाफ बड़ा अभियान चलाया जाएगा।

एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री आशीष चौहान ने सुनील उपाध्याय को श्रद्धांजलि अर्पित की। कहा कि वह एक बहुआयामी व्यक्तित्व थे और विचारधारा को लेकर समाज और प्रदेश के लिए उनका योगदान अविस्मरणीय है। उन्होंने छोटी आयु में पूरी छात्र राजनीति को प्रभावित किया और प्रदेश में संगठन की एक मजबूत नींव रखी। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि व्यक्ति की आयु कितनी रही है, बल्कि यह मायने रखता है कि सामाजिक सरोकार में उसका क्या योगदान रहा है। प्रदेश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार ने कहा कि नशा किसी समस्या का समाधान नहीं है, बल्कि व्यक्ति का सबकुछ नष्ट कर देता है। इस बुराई से दूर रहने के लिए संघर्ष को जीवन का हिस्सा बनाएं, जो आपको शिखर तक पहुंचा सकता है। सुनील उपाध्याय एजुकेशनल ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं महाधिवक्ता प्रदेश उच्च न्यायालय अशोक शर्मा ने अतिथियों का स्वागत किया, जबकि सचिव डॉ. सुरेंद्र शर्मा ने धन्यवाद किया। शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज, अध्यक्ष राज्य सहकारी बैंक खुशी राम, नगर निगम शिमला की महापौर कुसुम सदरेट, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पदाधिकारी इस अवसर पर मौजूद रहे।

------

इन्हें किया सम्मानित

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर सामाजिक क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यो के लिए लोगों को ट्रस्ट की ओर से सम्मानित भी किया। उन्होंने न्यास द्वारा संचालित की जा रही सामाजिक सरोकार की गतिविधियों की सराहना की। ट्रस्ट को सामाजिक गतिविधियों के प्रसार के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 51000 रुपये देने की घोषणा की। ट्रस्ट की ओर से राकेश कुमार ट्रैफिक पुलिस कर्मी, प्रताप सिंह पंवार, संजीव कुमार, हैंडबॉल कोच स्नेहलता, अमर जीत, दृष्टिबाधित मुस्कान, अनुज कुमार, विनोद कुमार, अजय कुमार, मुकेश और सतीश ठाकुर को सम्मानित किया।

chat bot
आपका साथी