शिमला में आज से दौड़ेंगी निजी बसें, मिलेगी राहत

शिमला में तीन महीने बाद शुक्रवार से निजी बसें सड़क पर दौड़ेंगी।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 02 Jul 2020 07:21 PM (IST) Updated:Fri, 03 Jul 2020 06:19 AM (IST)
शिमला में आज से दौड़ेंगी निजी बसें, मिलेगी राहत
शिमला में आज से दौड़ेंगी निजी बसें, मिलेगी राहत

जागरण संवाददाता, शिमला : शिमला में तीन महीने बाद शुक्रवार से निजी बसें सड़क पर दौड़ेंगी। इससे लोगों को आवाजाही करने के लिए राहत मिलेगी। शिमला निजी बस ऑपरेटर यूनियन की बैठक में यह फैसला लिया गया। प्रदेश में चल रही बसों में 100 फीसद सीटों के साथ यात्रियों को बैठाने की मंजूरी को लेकर नोटीफिकेशन जारी होने के बाद यह फैसला लिया गया है।

शिमला में आए दिन लोग बसों के इंतजार में घंटों स्टॅाप पर इंतजार करते दिखते हैं। गिनी-चुनी जो सरकारी बसें चल रही हैं उनमें 60 फीसद सीटें पूरी होने के कारण बसें रोकी नहीं जाती हैं। इससे लोगों को गंतव्य तक पहुंचने में खासी मशक्कत करनी पड़ रही है।

यूनियन के अध्यक्ष कमल ठाकुर ने बताया कि सरकार के समक्ष उठाई गई 100 फीसद सवारियों के साथ बसों को चलाने की मांग को स्वीकार कर लिया गया है। लोगों की सुविधा के लिए बसें चलाने की तैयारी कर ली गई है। शहर के विभिन्न रूटों पर चलने वाली बसें सुबह से लेकर शाम तक चलाई जाएंगी। बसों को सैनिटाइज कर लिया गया है। 50 फीसद बसें चलेंगी पहले दिन

शहर में करीब 106 निजी बसें विभिन्न रूटों पर चलती हैं। वीरवार देर शाम को बस संचालन का फैसला लेने से प्रदेश के विभिन्न भागों में परिवार के पास गए बस चालकों व परिचालकों का सुबह तक पहुंच पाना संभव नहीं हो सकेगा। इसलिए पहले दिन करीब 50 फीसद बसें चलने का अनुमान लगाया जा रहा है। चालकों व परिचालकों के आने के बाद पूरी बसें चलाई जाएंगी। यह है मामला

जिले में कोरोना वायरस के संभावित खतरे को देखते हुए निजी और सरकारी बसों की आवाजाही पूर्ण रूप से बंद कर दी गई थी। लोगों की परेशानी को देखते हुए बसों को दोबारा शुरू करने का फैसला जून में लिया गया जहां 60 फीसद सीटों के साथ बसें चलाई गई। बड़े-छोटे रूटों पर सरकारी बसें चलीं लेकिन निजी बस ऑपरेटरों ने इसे घाटे का सौदा बताकर बस संचालन से इन्कार कर दिया। उन्होंने तर्क दिया कि कम सवारियों के साथ बसें चलने से तेल का खर्च निकालना मुश्किल हो रहा है तो चालक व परिचालक का वेतन कहां से देंगे। इसके बाद सरकार ने बस ऑपरेटरों की मांग को मानते हुए 100 फीसद सवारियों को बिठाने की अनुमति दी है।

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