शिमला में निगम ने तोड़े 41 अवैध निर्माण

नगर निगम के संयुक्त आयुक्त ने शनिवार को तहबाजारियों पर बड़ी कार्रवाई की।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 02 Nov 2019 04:25 PM (IST) Updated:Sat, 02 Nov 2019 04:25 PM (IST)
शिमला में निगम ने तोड़े 41 अवैध निर्माण
शिमला में निगम ने तोड़े 41 अवैध निर्माण

- कोई रोता दिखा तो कोई निगम को कोसता

- निगम ने किया स्पष्ट, आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई

लाइव रिपोर्ट

स्थान - राम बाजार शिमला

दिन शनिवार

समय सुबह 11 बजकर 10 मिनट पर जागरण संवाददाता, शिमला : नगर निगम शिमला के संयुक्त आयुक्त सहित निगम के 30 कर्मचारी, 10 होमगार्ड और 20 पुलिस कांस्टेबल राम बाजार पहुंचे। बस स्टैंड की ओर से तहबाजारियों द्वारा किए गए अवैध निर्माण को तोड़ना शुरू किया तो तहबाजारियों ने हंगामा शुरू कर दिया। निगम की टीम पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। टीम लगातार कार्रवाई करती रही। इस दौरान राम बाजार में अफरा-तफरी मच गई। कोई रोने लगा तो कोई निगम व यूनियन के प्रधान को कोसने लगा। कोई तहबाजारी अपनी दुकान में लगी प्लाइयों को निकालने में लग गया तो कोई अपने सामान को समेटता दिखा। निगम ने इस दौरान 41 तहबाजारियों पर कार्रवाई की, सभी तहबाजारियों को पहले समय दिया गया था। बावजूद इसके तहबाजारियों ने अवैध निर्माण नहीं हटाए थे। निगम के कर्मचारियों ने इलेक्ट्रिक कटर, कुदाली, आरी और झब्बलों से इन निर्माणों को तोड़ना शुरू कर दिया। इस दौरान कर्मचारियों को तहबाजारियों के आक्रोश का भी सामना करना पड़ा। पुलिस की मौजूदगी होने के कारण कोई बड़ी घटना पेश नहीं आई। पहली बार नगर निगम शिमला में तहबाजारियों पर इतनी बड़ी कार्रवाई की गई। तहबाजारियों ने परिवार सहित दी आत्मदाह की चेतावनी

जैसे ही बस स्टैंड की ओर से तहबाजारियों के अवैध निर्माण को हटाना शुरू किया तो तहबाजारियों ने हंगामा शुरू कर दिया। तहबाजारियों ने निगम को चेतावनी दी कि सभी पर एक समान कार्रवाई नहीं हुई तो परिवार समेत आत्मदाह कर देंगे। इसकी जिम्मेदारी निगम के आयुक्त की होगी। इसके अलावा राम बाजार तहबाजारी यूनियन के प्रधान पर भी गंभीर आरोप कुछ तहबाजारियों ने लगाए। आरोप लगाया कि जब पक्ष में लड़ने की बात आती है तो प्रधान यहां से गायब हो जाता है। कई दुकानों में लगे थे बिजली मीटर

कार्रवाई के दौरान सामने आया कि राम बाजार में तहबाजारियों द्वारा कई दुकानों में बिजली के मीटर भी लगाए गए थे। यह मीटर किसने लगाए और किसने इन्हें कनेक्शन दिए निगम के सामने यह भी एक गंभीर समस्या खड़ी हो गई है। फिलहाल इन मीटरों और कनेक्शनों को हटा दिया है। निगम कर्मचारियों पर भी लगे गंभीर आरोप

नगर निगम के कर्मचारियों पर भी अवैध निर्माण करने वाले तहबाजारियों ने पैसे लेने के आरोप लगाए। तहबाजारियों का आरोप लगाया कि जब निर्माण किया गया तो ये लोग कहां थे। अब निर्माण गलत है आज इन्हें दिखाई दे रहा है। निर्माण के लिए पैसे निगम लेता है और कार्रवाई भी गरीबों पर करता है, ऐसा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। लोगों ने हजारों रुपये निर्माण में लगाए हैं सामान को निगम ने पूरी तरह नष्ट कर दिया है। बनाए थे पक्के प्लाई के रैक

तहबाजारियों द्वारा प्लाई लगाकर पक्के रैक बनाए गए थे। जितनी जगह उन्हें निगम द्वारा अलॉट की गई थी उससे तीन गुणा ज्यादा जगह को भी तहबाजारियों द्वारा घेरा गया था। इस पर निगम ने कार्रवाई करते हुए इसे नष्ट कर दिया और निर्माण में इस्तेमाल की गई प्लाई को जब्त कर दिया। अधिकारियों ने निर्देश दिए कि यदि कोई फिर से ऐसा करता है तो सामान सहित पूरा स्ट्रक्चर नष्ट कर दिया जाएगा। दो गुटों में बंटे तहबाजारी

राम बाजार में निगम की कार्रवाई के दौरान तहबाजारी दो गुटों में बंट गए। तहबाजारियों ने एक-दूसरे की दुकानें दिखाकर निगम के अधिकारियों से कार्रवाई की मांग की। निगम की कार्रवाई जैसे ही खत्म हुई तो तहबाजारियों ने निगम के अधिकारियों को फोन कर सूचना दी कि फिर से दुकानों में फट्टे लगने शुरू हो गए हैं। इसके बाद निगम की टीम फिर से राम बाजार पहुंची और कार्रवाई की। नगर निगम द्वारा राम बाजार में कार्रवाई की गई है। इस दौरान तहबाजारियों के आक्रोश का भी सामना निगम को करना पड़ा लेकिन कार्रवाई नहीं रुकी। शहर में अवैध अतिक्रमण सहन नहीं किया जाएगा, यह कार्रवाई जारी रहेगी।

अजीत भारद्वाज, संयुक्त आयुक्त नगर निगम शिमला।

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