स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों की अब खैर नही, मोबाइल फोन रखेगा नजर

हिमाचल में मॉनिटरिंग सिस्टम के तहत शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षक अपने मोबाइल पर ही हाजिरी लगाएंगे।

By BabitaEdited By: Publish:Mon, 03 Sep 2018 08:39 AM (IST) Updated:Mon, 03 Sep 2018 08:39 AM (IST)
स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों की अब खैर नही, मोबाइल फोन रखेगा नजर
स्कूल से गायब रहने वाले शिक्षकों की अब खैर नही, मोबाइल फोन रखेगा नजर

शिमला,  रविंद्र शर्मा। स्कूल में देरी से पहुंचने या बिना बताए गायब रहने वाले शिक्षकों पर अब मोबाइल फोन का पहरा रहेगा। सिर्फ गुरुजी ही नहीं शिक्षा विभाग से जुड़ा कोई भी कर्मचारी और अधिकारी भी अगर स्कूल या शिक्षा निदेशालय में देरी से पहुंचता है तो सरकार तक इसकी जानकारी तुरंत पहुंच जाएगी। कौन कितने बजे स्कूल या कार्यालय पहुंचा, इसकी जानकारी प्रदेश सरकार के पास होगी। यह संभव होगा मॉनिटरिंग सिस्टम से, जिसे सोशल कंप्यूटर एंड एजुकेशन सोसायटी ने तैयार कर शिक्षा विभाग को सौंपा है। सरकार ने इसके तकनीकी पहलू जांचने के लिए आइटी विभाग के पास भेज दिया है।

यहां से हरी झंडी मिलने के बाद इसे प्रदेश के सरकारी स्कूलों में  लागू कर दिया जाएगा। मॉनिटरिंग सिस्टम केतहत शिक्षा विभाग के अधिकारी-कर्मचारी और शिक्षक अपने मोबाइल पर ही हाजिरी लगाएंगे। इस लागू होने के बाद स्कूलों में बॉयोमीट्रिक मशीनों की जरूरत भी नहीं रहेगी। 

  

ऐसे लगेगी हाजिरी

शिक्षक को मोबाइल फोन में ई पोर्टल डाउनलोड करना होगा। इसके बाद  स्कूल पहुंचने के बाद ई-पोर्टल में शिक्षक को अंगुली का निशान, आंखों का रेटीना और चेहरा स्कैन करना होगा। यह स्कैन होने के बाद ही हाजिरी लगेगी। 

 प्रदेश सरकार मॉनिटरिंग सिस्टम लागू करने की तैयारी कर रही है। प्रदेश सरकार से मंजूरी मिलने के बाद ही आगे की प्रक्रिया आरंभ होगी।

-डॉ. अरुण शर्मा, शिक्षा सचिव।

 मंडी में चला था पायलट प्रोजेक्ट

यह सिस्टम को मंडी की एक संस्था सोशल कंप्यूटर एंड एजुकेशन सोसायटी ने तैयार किया है। सोसायटी ने करीब

दो साल पहले इसे शिक्षा विभाग के साथ मिलकर मंडी के छह सौ स्कूलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया था। इन स्कूलों में यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से सफल रहा है। अब सोसायटी ने इस प्रोजेक्ट को पूरे प्रदेश में शुरू करने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भेजा है। 

 इंटरनेट की जरूरत नहीं

शिक्षक को ई पोर्टल पर हाजिरी लगाने के लिए मोबाइल फोन में इंटरनेट की जरूरत नहीं होगी। सोसायटी ने सभी स्कूलों के ई पोर्टल तैयार किए हैं, जो सर्वर से जुडे़ होंगे। जैसे ही शिक्षक स्कूल के तीन मीटर के दायरे में पहुंचेगा ई पोर्टल सक्रिय होगा इसी दौरान शिक्षक अपनी हाजिरी ई पोर्टल पर लगा पाएगा। शिक्षक यदि स्कूल में एक ही स्थान पर काफी समय तक बैठा रहा और कक्षा में नहीं गया इसकी जानकारी भी जीपीएस (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) से मॉनिटरिंग सिस्टम के पास पहुंच जाएगी। यदि कुछ अपलोड या डाउनलोड करना हो तो उसके लिए इंटरनेट की आवश्यकता होगी। 

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