साइबर अपराधों में शामिल संदिग्धों पर कार्रवाई करें राज्य

हिमाचल में दूसरे राज्यों के सक्रिय ठगों पर अब कड़ी कारवाई होगी। इस संबंध में प्रदेश के सीआइडी प्रमुख ने बाहरी राज्यों को जालसाजों के जाली मोबाइल नंबरों की सूची भेजी है। इससे पहले 245 संदिग्ध मोबाइल नंबरों वाली सूची इन राज्यों को भेजी जा चुकी है। कुछ नए जाली नंबरों का भी इसमें डाटा बेस दर्शाया है। इसमें उत्तराखंड पश्चिम बंगाल हरियाणा महाराष्ट्र बिहार उत्तर प्र

By JagranEdited By: Publish:Wed, 02 Oct 2019 09:01 PM (IST) Updated:Thu, 03 Oct 2019 06:34 AM (IST)
साइबर अपराधों में शामिल
संदिग्धों पर कार्रवाई करें राज्य
साइबर अपराधों में शामिल संदिग्धों पर कार्रवाई करें राज्य

राज्य ब्यूरो, शिमला : हिमाचल में सक्रिय अन्य राज्यों के ठगों पर अब कड़ी कार्रवाई होगी। इस संबंध में प्रदेश के सीआइडी प्रमुख ने अन्य राज्यों के पुलिस प्रमुखों को जालसाजों के जाली मोबाइल फोन नंबरों की सूची भेजी है। उन्हें साइबर अपराधों में शामिल संदिग्धों पर कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।

इससे पहले 245 संदिग्ध मोबाइल फोन नंबरों वाली सूची इन राज्यों को भेजी जा चुकी है। कुछ नए जाली नंबरों का भी इसमें डाटा बेस दर्शाया है। उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, हरियाणा, महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, नई दिल्ली व अंडमान निकोबार के पुलिस महानिदेशकों को उचित कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। इनके अलावा टेलीफोन सर्विस प्रोवाइडर्स के नोडल ऑफिसर को भी कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं। हिमाचल में साइबर अपराध के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है। इसके आधार पर साइबर क्राइम थाने में एक विग डाटा बेस तैयार करता है। इसे अन्य राज्यों की पुलिस के साथ भी साझा किया जाता है। इसका प्रमुख कारण यह है कि राज्य में सक्रिय जालसाज अन्य राज्यों के होते हैं। ये महानगरों में बैठ कर अपना नेटवर्क संचालित करते हैं।

लोगों को इंटरनेट कॉल के जाली मोबाइल फोन नंबर द्वारा कॉल की जा रही है। ऐसी कॉल जालसाजों द्वारा बैंक अधिकारी या कर्मचारी बनकर की जाती है। साइबर ठगी के मामलों की शिकायतें लगातार आ रही हैं। इसे लेकर सीआइडी बैंकों को भी अलर्ट जारी करती है। डीएसपी साइबर क्राइम नरवीर राठौर ने बताया कि लोगों को ठगों से सचेत रहना होगा। वे सीआइडी के दिशानिर्देश का पालन करें।

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