न्यू ओपीडी भवन को नहीं एनजीटी की हरी झंडी

जागरण संवादाददाता शिमला आइजीएमसी शिमला में न्यू ओपीडी इलाज करवाने के लिए लोगों को लंबा

By JagranEdited By: Publish:Mon, 29 Nov 2021 03:52 PM (IST) Updated:Mon, 29 Nov 2021 03:52 PM (IST)
न्यू ओपीडी भवन को नहीं एनजीटी की हरी झंडी
न्यू ओपीडी भवन को नहीं एनजीटी की हरी झंडी

जागरण संवादाददाता, शिमला : आइजीएमसी शिमला में न्यू ओपीडी इलाज करवाने के लिए लोगों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। अभी तक इसे नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल(एनजीटी) से स्वीकृति नहीं मिली है। एनजीटी से न्यू ओपीडी भवन को अभी तक पूरी तरह से क्लीयरेंस नहीं मिली है। अस्पताल इसके लिए औपचारिकताएं पूरी करने में जुटा हुआ है। क्लीयरेंस मिलने के बाद ही ओपीडी खुलने का रास्ता साफ हो सकता है।

न्यू ओपीडी का काम लगभग पूरा हो चुका है। इसमें अस्पताल की 33 ओपीडी को शिफ्ट किया जाना है। इसके बाद अस्पताल में रुटीन का चेक करवाने के लिए आने वाले लोगों को भीड़ से नहीं जूझना पड़ेगा। इससे मरीजों और तीमारदारों के बैठने व चेकअप करवाने सहित टेस्ट की उचित व्यवस्था होगी।

एक ही जगह पर होगी टेस्ट की व्यवस्था

अस्पताल में टेस्ट करवाने के लिए एक ही जगह तैयार की गई है। जहां मरीज सभी प्रकार के टेस्ट करवा सकते हैं। निश्चित समय में रिपोर्ट ले सकते हैं। अस्पताल के पुराने ब्लाकों में मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए भटकना पड़ता है। जगह की कमी के कारण पुराने ब्लाकों में अलग-अलग स्थानों पर यह सुविधाएं दी जाती हैं। न्यू ब्लाक में यह सुविधाएं एक ही जगह मिलने से मरीजों का समय बचेगा।

हर स्तर पर उठा रहे हैं मामला

डा. जनक राज ने बताया कि वह लगातार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल के समक्ष मामला उठा रहे हैं। सरकार भी लगातार इसके लिए लगातार संपर्क कर रही है। उम्मीद है कि जल्द ही इसे हरी झंडी मिल जाएगी। न्यू ओपीडी शुरू होने के बाद अस्पताल में काफी जगह खुल जाएगी। अस्पताल में उचित शारीरिक दूरी के नियम का पालन हो सकेगा। इससे अस्पताल में संक्रमण का खतरा घटेगा।

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