हिमाचल के किन्नौर में भूकंप का झटका

हिमाचल के किन्नौर में भूकंप का झटका महसूस किया गया, रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई।

By BabitaEdited By: Publish:Sat, 15 Sep 2018 01:53 PM (IST) Updated:Sat, 15 Sep 2018 01:55 PM (IST)
हिमाचल के किन्नौर में भूकंप का झटका
हिमाचल के किन्नौर में भूकंप का झटका

शिमला, जेएनएन। हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर भूकंप का झटका महसूस किया गया है। शनिवार दोपहर 12 बजकर 11 मिनट पर भूकंप का झटका आया है। इसकी तीव्रता 3.4 मैग्नीट्यूड दर्ज की गई है। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार भूकंप का केंद्र बिंदु हिमाचल के किन्नौर जिला में दस किलोमीटर गहराई में दर्ज किया गया है। ह‍िमाचल में इस साल कांगड़ा, चंबा, श‍िमला व क‍िन्‍नौर में दस से अध‍िक बार भूकंप के झटके महसूस क‍िए जा चुके हैं। 

हिमाचल में अब तक के बड़े भूकंप 

चार अप्रैल, 1905 को हिमाचल में 7.8 तीव्रता वाला बड़ा भूकंप आया था। इसमें करीब 20 हजार लोगों की मौत हुई थी। 28 फरवरी, 1906 को कुल्लू में 6.4 तीव्रता वाला बड़ा भूकंप आ चुका है। वर्ष 1930 में भी 6.10 तीव्रता वाला भूकंप आया था। इसके बाद वर्ष 1945 में छह और 1975 में 6.8 तीव्रता वाला भूकंप आया था। 

जोन पांच में आते हैं ह‍िमाचल के कई ज‍िले 

प्रदेश के कांगड़ा, मंडी, चंबा, कुल्‍लू व क‍िन्‍नौर ज‍िलों का अध‍िकांश इलाका भूकंप की दृष्टि से अति संवेदनशील जोन पांच में आता है। इस जोन में इंडियन प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे है। दोनों प्लेटों में गहरा तनाव चल रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार प्रदेश में प्रमुख 10 टैक्टॉनिक लाइन हैं, जिनमें मेन बाउंड्री थ्रस्ट, मस्तगढ़ एंटीक्लाइन, मेन फ्रंटल थ्रस्ट, ज्वालामुखी थ्रस्ट, द्रंग थ्रस्ट, सुंदरनगर फाल्ट, मेन सेंट्रल थ्रस्ट, नूर फॉल्ट तथा यमुना टियर फाल्ट शामिल है।

इसके अलावा कांगड़ा में दरिणी थ्रस्ट भी जुड़ गया है। धौलाधार के उत्तरी तथा रावी के बाएं किनारे का क्षेत्र माइक्रो स्सिमिक एक्टिव क्षेत्र है, ऐसे में इस क्षेत्र में छोटे-छोटे भूकंप आ रहे हैं जो यहां बने थ्रस्ट में चल रही हलचल के कारण भूमि के नीचे एकत्रित ऊर्जा को धीरे-धीरे बाहर निकाल रहे हैं। यही ऊर्जा बड़े भूकंप का कारण बनती है। वैज्ञानिक इसे सकारात्मक पहलू मान रहे हैं।

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