कोरोना संक्रमित की मौत के बाद आधी रात सैनिटाइज किया शिमला शहर, मौके पर डटी रहीं महिला अधिकारी

आइजीएमसी शिमला में कोरोना संक्रमित युवक की मौत के बाद करवाए गए अंतिम संस्कार ने प्रशासन से लेकर सरकार की तैयारियों की पोल खोल दी है।

By Rajesh SharmaEdited By: Publish:Wed, 06 May 2020 12:29 PM (IST) Updated:Wed, 06 May 2020 12:29 PM (IST)
कोरोना संक्रमित की मौत के बाद आधी रात सैनिटाइज किया शिमला शहर, मौके पर डटी रहीं महिला अधिकारी
कोरोना संक्रमित की मौत के बाद आधी रात सैनिटाइज किया शिमला शहर, मौके पर डटी रहीं महिला अधिकारी

शिमला, जागरण संवाददाता। आइजीएमसी शिमला में कोरोना संक्रमित युवक की मौत के बाद करवाए गए अंतिम संस्कार ने प्रशासन से लेकर सरकार की तैयारियों की पोल खोल दी है। रात के अंधेरे में जिला प्रशासनके साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अंतिम संस्कार किया। इस दौरान जिला प्रशासन की आेर से एसडीएम शहरी नीरज चांदला तो मौजूद रही, लेकिन नगर निगम की आेर से कोई समय पर नहीं पहुंचा।

प्रशासन की आेर से बाद में नगर निगम के अधिकारियों को बुलाकर संस्कार करवाया गया, जिसमें काफी परेशानी आई। चौकीदार के पास पीपीई किट तो दूर दस्ताने तक नहीं थे। एेसे में कोरोना से मरे व्यक्ति का संस्कार करना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए बाद में उन्हें सुरक्षा उपकरण देकर अंतिम संस्कार करवाया गया।

वहीं नगर निगम प्रशासन आैर अग्निशमन विभाग ने इसके बाद मोर्चा संभालते हुए आइजीएमसी से लेकर कनलोग के शमशानघाट तक की पूरी सड़क को सैनिटाइज करने का काम शुरू किया। अग्निशमन विभाग की टीम ने पूरी सड़क से लेकर हर रास्ते को सैनिटाइज किया।

इस दौरान रास्ते में खड़े हर वाहन को भी सैनिटाइज किया गया। इस दौरान पहले तो सभी मौके पर पहुंचे, लेकिन बाद में समय के साथ सभी अधिकारी लौटते चले। मौके पर महज महिला प्रशासनिक अधिकारी ही मौजूद रही।

सरकाघाट में नोएडा से लौटे युवक को पहले इलाज के लिए नैरचौक लाया गया था, इसके बाद उसकी हालत खराब होने पर सोमवार रात को आइजीएमसी रेफर किया था। मंगलवार को शाम के समय उसकी मृत्यु हो गई। मंगलवार को ही उसकी कोरोना जांच रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई।

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