बालीचौकी में तेज बुखार से 15 दिन में दो लोगों की मौत

नूतन प्रकाश ठाकुर, बालीचौकी बालीचौकी की पंजाई पंचायत के मलारी गांव में 15 दिन के भीतर ब

By JagranEdited By: Publish:Fri, 15 Sep 2017 03:00 AM (IST) Updated:Fri, 15 Sep 2017 03:00 AM (IST)
बालीचौकी में तेज बुखार से 15 दिन में दो लोगों की मौत
बालीचौकी में तेज बुखार से 15 दिन में दो लोगों की मौत

नूतन प्रकाश ठाकुर, बालीचौकी

बालीचौकी की पंजाई पंचायत के मलारी गांव में 15 दिन के भीतर बुखार से दो लोगों की मौत होने से लोगों में दहशत फैल गई है। गांव के कई लोग भी तेज बुखार से ग्रसित हैं।

वार्ड पंच हेती देवी ने बताया कि गांव में 15 दिन पूर्व मूर्तु देवी के बेटे भागीरथ (35) को अचानक तेज बुखार हो गया। बुखार की चपेट में आने पर परिजन उसे जोनल अस्पताल मंडी ले गए जहां उसे आइजीएमसी शिमला रेफर कर दिया गया, लेकिन भागीरथ ने रास्ते में दम तोड़ दिया। वहीं मंगलवार को मलारी गांव के किशन पुत्र जाहरू की भी मंडी ले जाते समय मौत हो गई।

हेती देवी ने बताया कि वर्तमान में भी मलारी की चार महिलाओं के अलावा कुछ बच्चे भी बुखार की चपेट में हैं। गांव में इस जानलेवा बुखार से हुई मौतों के चलते प्रभावित मरीजों के परिजनों की सांसें अटकी हुई हैं।

स्थानीय निवासी दासी देवी, ईसरू देवी, नूरी देवी व सवित्रा देवी भी तेज बुखार की चपेट में हैं। मलारी गांव से कुछ किलोमीटर की दूरी पर पीएचसी पंजाई है, लेकिन अस्पताल में एकमात्र चिकित्सक नियुक्त है जिसे भी विभाग की ओर से रूबेला व खसरा निरोधक अभियान के लिए नियुक्त किया गया है। ऐसे में लोगों को वाया थलौट होकर मंडी मरीजों को पहुंचाना पड़ रहा है।

स्थानीय लोगों ने मांग की है कि स्वास्थ्य विभाग शीघ्र गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम भेजे।

वहीं मलारी गांव के लोगों ने इस रोग के फैलने के लिए दूषित पानी को कारण बताया है। स्थानीय निवासी खेमराम राणा ने कहा कि गांव को जिस स्थान से पानी की आपूर्ति की जाती है उसकी साफ-सफाई पर ध्यान नहीं दिया जाता है।

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आजकल मेरी ड्यूटी विभाग ने एक विशेष अभियान में लगाई है। इसलिए मुझे इसकी जानकारी नहीं है। हालांकि वीरवार को पीएचसी में इस तरह का कोई मामला नहीं आया है।

डॉ. दीपक डोगरा, चिकित्सा प्रभारी, पीएचसी, पंजाई।

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