पांच साल में फाइलों से नहीं निकली सीवरेज योजना

देवेंद्र ठाकुर रिवालसर तीन धर्मो की तपोस्थली रिवालसर के विकास के लिए गठित नगर पंचायत क

By JagranEdited By: Publish:Fri, 25 Dec 2020 04:21 PM (IST) Updated:Fri, 25 Dec 2020 04:21 PM (IST)
पांच साल में फाइलों से नहीं निकली सीवरेज योजना
पांच साल में फाइलों से नहीं निकली सीवरेज योजना

देवेंद्र ठाकुर, रिवालसर

तीन धर्मो की तपोस्थली रिवालसर के विकास के लिए गठित नगर पंचायत के प्रतिनिधि पांच साल में लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पाए। लोअर रिवालसर पंचायत के शहरी क्षेत्र को मिलाकर 1996 में अलग कर रिवालसर नगर पंचायत का दर्जा दिया गया था। लोगों को उम्मीद थी कि नगर पंचायत बनने से विकास कार्यो में तेजी आएगी, लेकिन प्रतिनिधियों की कारगुजारियों से निराशा ही मिली।

नगर पंचायत के लोगों ने पार्षदों को रिवालसर झील को प्रदूषण मुक्त बनाने, शहर में सीवरेज सुविधा मुहैया करवाने, पार्किंग व्यवस्था दुरुस्त करने, झील के सुंदरीकरण व इसके किनारे गंदे पानी की निकासी और रिवालसर में आने वाले पर्यटकों को मूलभूत सुविधाएं देने के नाम पर वोट दिए थे, लेकिन पांच साल में एक काम भी नगर पंचायत पूरा नहीं कर पाई है। नगर पंचायत के पार्षद केवल रास्ते बनाने तक ही सिमट कर रह गए। रिवालसर में बिना योजना के लाखों रुपये मिट्टी में मिला दिए। नगर पंचायत की साढ़े पांच करोड़ की सीवरेज योजना वर्षो से अधर में है। वाहनों की पार्किंग का कार्य भी अधूरा है। एक करोड़ रुपये से रिवालसर झील के किनारे नालियां बनाने की योजना साल से फाइलों तक सिमट कर रह गई है। इसके अलावा रिवालसर के लिए कोई बड़ी योजना भी नहीं लाई गई है।

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रिवालसर नगर पंचायत के पार्षद पांच साल में कोई भी बड़ी योजना लाने में नाकाम रहे है। रिवालसर झील को प्रदूषण से बचाने के लिए कोई भी कार्य नहीं किया गया। नगर पंचायत में विकास न के बराबर हुआ है।

-अजय शर्मा, निवासी रिवालसर।

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त्रिवेणी धर्म स्थली रिवालसर में कार पार्किंग, बस स्टैंड की सुविधा प्रदान करने में नगर पंचायत के पार्षद नाकाम साबित हुए हैं। नगर पंचायत की साढ़े पांच करोड़ की सीवरेज योजना सालों से अधर में है।

-नरेश शर्मा, निवासी रिवालसर।

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रिवालसर में पर्यटन की अपार संभावनाए हैं। मगर इसके लिए कोई भी कदम नहीं उठाए गए। नगर पंचायत ने पांच साल खींचतान में ही निकाल दिए हैं। यहां पर जो विकास होना था वह धरातल पर नहीं हो पाया है।

-कौशल्या देवी, निवासी लोअर रिवालसर।

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नगर पंचायत रिवालसर पांच साल में विकास के लिए लोगों की उम्मीदों पर खरा नहीं पाई है। रिवालसर झील के किनारों पर बनने वाली नालियों की योजना साल से फाइलों तक सिमट कर रह गई है। पार्षदों ने पांच साल महज रास्ते बनाने में ही निकाल दिए हैं।

-दिनेश कुमार, निवासी रिवालसर।

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