स्टैर खड्ड पर बना पुल गिरने की कगार पर

सरकाघाट और धर्मपुर की सीमाओं को जोड़ने वाला पड़छू पुल की हालत दयनीय हो गई है। पुल के दोनों किनारों पर लगी रे¨लग टूट गई है। इसके अलावा पुल जर्जर हो गया है। इससे हादसे का अंदेशा बना हुआ है। इस पुल का निर्माण कार्य 1971 में हुआ। तत्काली मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत ¨सह परमार ने इसका उदघाटन किया था

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 Jan 2019 04:15 PM (IST) Updated:Wed, 16 Jan 2019 04:15 PM (IST)
स्टैर खड्ड पर बना पुल गिरने की कगार पर
स्टैर खड्ड पर बना पुल गिरने की कगार पर

भुताशन शर्मा, सरकाघाट

सरकाघाट और धर्मपुर की सीमाओं को जोड़ने वाला पड़छू पुल की हालत दयनीय है। पुल के दोनों किनारों पर लगी रे¨लग टूट गई है। इससे पुल जर्जर हो गया है। इससे हादसे का अंदेशा बना हुआ है। इस पुल का निर्माण कार्य 1971 में हुआ। तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत ¨सह परमार ने इसका उदघाटन किया था। जालंधर-मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर बना यह पुल गत कई वर्षो से विभागीय उपेक्षा का शिकार है। दोनों उपमंडलों की सीमाओं को जोड़ने वाले इस पुल का निर्माण स्टैर खड्ड पर लोहे की गाडरों के साथ किया गया है और तत्कालीन परिस्थितियों के अनुसार यह पुल ¨सगल लेन का बनाया

गया था। उस समय तक यातायात बहुत सीमित मात्रा में था। एक दिन में 15-20 वाहन इस पुल के ऊपर से गुजरते थे। जोगेंद्रनगर भी उस समय सरकाघाट से सड़क से नहीं जुड़ा हुआ था और केवल धर्मपुर तक ही इस पुल की आवश्यकता होती थी, लेकिन समय के साथ-साथ वाहनों की संख्या में भी वृद्धि होती गई और सरकाघाट धर्मपुर सड़क को 1999 में राष्ट्रीय उच्च मार्ग का दर्जा प्राप्त हो गया। सड़क की दशा में तो लगातार सुधार होता रहा, लेकिन पुल की सुध किसी ने भी नहीं ली। इसकी मरम्मत निर्माण कार्य पूरा होने के बाद कभी हुई ही नहीं। वर्तमान में स्थिति यह है कि पुल के दोनों किनारों पर बनाए गए पत्थरों के स्तंभ वाहन चालकों द्वारा तोड़ दिए गए हैं और उनके साथ रेलिंग भी किनारों से टूट गई है। इस पुल के एक किनारे को सरकाघाट उपमंडल की ओर है उसे पुलिस द्वारा ब्लैक स्पॉट घोषित किया गया है और इस जगह से कई दुर्घटनाओं को भी अंजाम दिया है। पुल के नीचे करीब 200 मीटर की दूरी पर खड्ड बह रही है। इसमें गिरने से हाल ही में एक ट्रैक्टर चालक की मौत भी हो गई है, लेकिन विभाग ने फिर भी पुल की मरम्मत की जहमत नहीं उठाई। स्थानीय धर्म ¨सह ठाकुर, नेकराम, भूमिचंद, नरेश कुमार, बक्शी राम, ओमचंद आदि ने राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अधिकारियों से इस पुल की तत्काल प्रभाव से मरम्मत करने और सड़क पर डबल लेन का पुल बनाने की मांग की है।

वहीं, हमीरपुर स्थित राष्ट्रीय उच्च मार्ग के अधिशासी अभियंता एचके शर्मा ने बताया कि नए पुल के निर्माण बारे प्रारूप तैयार कर दिया गया है और वर्तमान पुल की शीघ्रता से मरम्मत कर दी जाएगी।

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